जिम्बाबवे के स्वास्थ्य मंत्री को कोविड-19 से जुड़े उपकरणों की खरीद का ठेका एक गलत कंपनी को देने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया और शनिवार को उन्हें अदालत में पेश किए जाने की संभावना है. देश की भ्रष्टाचार निरोधी एजेंसी ने ओबादिया मोयो को शुक्रवार को इस घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया. कुछ स्थानीय पत्रकारों ने यह खुलासा किया कि मोयो ने कथित रूप से एक कंपनी को बहुत ज्यादा मूल्य पर सरकार को मेडिकल उपकरणों की आपूर्ति करने का ठेका दे दिया.
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उनके अनुसार, कंपनी एक मास्क 28 अमेरिकी डॉलर में सरकार को बेच रही थी. इस बात को लेकर देश में काफी हंगामा हो रहा है और सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा साफ दिख रहा है. लोगों के गुस्से को देखते हुए सरकार ने उक्त कंपनी को दिया गया ठेका रद्द कर दिया है.
यहां तक कि राष्ट्रपति इमरसन माननगागवा के बेटों में से एक को यह बयान जारी करना पड़ा है कि उनका इस कंपनी से कोई लेना देना नहीं है क्योंकि कई ऐसी तस्वीरें सामने आयी हैं जिनमें कंपनी के जिम्बाबवे में प्रतिनिधि राष्ट्रपति, उनकी पत्नी और बेटों के साथ अलग-अलग मौकों पर नजर आ रहे हैं.
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प्रतिनिधि डेलिश न्गुवाया और राष्ट्रीय औषधि खरीद एजेंसी के कुछ शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ इस घोटाले को लेकर पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं. आरोपपत्र के मुताबिक, न्गुवाया पर आरोप है कि उन्होंने झूठ बोला है कि वह कंपनी स्विटजरलैंड की है और दवाएं बनाती है जबकि यह सिर्फ सलाह देने वाली फर्म है और उसका दवाएं या अन्य चिकित्सा वस्तुओं के निर्माण का कोई अनुभव नहीं है.
Source : Bhasha