भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी मामले की डोमिनिका कोर्ट में सुनवाई से पहले एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने एक और बड़ा दावा किया है. गेस्टन ब्राउन ने दावा किया है कि भगोड़े कारोबारी चोकसी का वकील विपक्षी दल से जुड़ा है, जो राजनीतिक निहित स्वार्थों के साथ काम कर रहा है. कानून द्वारा आवश्यक जांच के लिए खुद को (भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी) के अधीन करने के बजाय, उसने अपनी नागरिकता के रद्द होने पर रोक लगाने के लिए अदालतों का इस्तेमाल किया. प्रधानमंत्री गेस्टन ने बताया कि चोकसी ने यूपीपी के एक प्रसिद्ध सदस्य को अपना वकील बनाया है.
चोकसी के वकील जस्टिन साइमन यूपीपी के कार्यकाल में अटॉर्नी जनरल रह चुके हैं. हमारे पास यह विश्वसनीय जानकारी है कि उन्होंने कैंपेन के फंडिंग के लिए चोकसी को सुरक्षा देने का वादा किया था. उन्होंने आगे कहा कि यही वजह है कि वे इतने उतावले हो रहे हैं कि मेहुल चोकसी को डोमिनिका से भारत नहीं भेजा जाना चाहिए, बल्कि एंटीगुआ वापस भेज दिया जाना चाहिए, जहां वह नागरिकता के संवैधानिक संरक्षण के पीछे छिपा रह सकता है. बता दें कि 14 अक्टूबर, 2019 को लिखे एक पत्र में एंटीगुआ के पीएम कार्यालय ने मेहुल चोकसी को एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता से वंचित कर दिया था.
एंटीगुआ के पीएम समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि मेरा प्रशासन डोमिनिका से मेहुल चोकसी को सीधे भारत वापस प्रत्यर्पित करने के अपने अनुरोध पर कायम है, जहां वह अभी भी एक नागरिक है. इस बीच चोकसी के वकील जस्टिन साइमन ने कहा कि उन्हें अपने मुवक्किल (चोकसी) और यूपीपी के बीच किसी संबंध के बारे में जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे यूपीपी प्रशासन के तहत अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया था और अप्रैल 2004 से 10 साल तक सेवा की. मैं पार्टी का समर्थन करना जारी रखता हूं मगर मैं पार्टी का एक कार्यकारी या शाखा सदस्य नहीं हूं. मैं मेहुल चोकसी और यूपीपी के बीच किसी भी संबंध या चोकसी द्वारा किसी भी मौद्रिक दान के बारे में अनजान हूं, जैसा कि पीएम दावा करते हैं और न ही सुरक्षा का कोई वादा किया गया है.
HIGHLIGHTS
- एंटीगुआ के PM का सनसनीखेज दावा
- वकील नहीं चाहते मेहुल चोकसी को भारत भेजा जाए
- मेहुल चोकसी की एंटीगुआ की नागरिकता रद्द हो चुकी है