चीन से आई कोराना महामारी से अभी विश्व उभरा ही था कि अब एक नई रहस्यमयी बीमारी की आहट सुनाई दे रही है. फिर से चीन में एक बीमारी ने आतंक मचा रखा है. उत्तरी चीन में निमोनिया की बीमारी तेजी से फैल रही है. हालात ऐसे हैं कि एक दिन में सात हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं. हालांकि चीन के डॉक्टर इस बीमारी को कोरोना से नहीं जोड़ रहे हैं. चीनी स्कूलों में रहस्यमयी निमोनिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. इससे बीमारी से पीड़ित बच्चों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है. अक्टूबर के मध्य से देश में “इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी” के हजारों मामले मिले हैं. इससे बीजिंग और लियाओनिंग प्रांत के बाल चिकित्सा अस्पतालों में भारी भीड़ उमड़ रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी सक्रिय है. वह चीन से इसके लक्षण और सही परिस्थितियों को लेकर विवरण मांग रहा है.
चाइनीज मीडिया ने दी सफाई
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (NNC) ने 13 नवंबर को प्रेस वार्ता के दौरान सांस लेने से जुड़ी बीमारियों, विशेष रूप से इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया, छोटे बच्चों को प्रभावित करने वाला एक सामान्य जीवाणु संक्रमण और श्वसन सिंकाइटियल वायरस (RSV) में बढ़ोतरी की जानकारी दी है. इस हफ्ते सरकार के आधीन आने वाले चाइना नेशनल रेडियो का कहना है कि बीजिंग में बच्चों के अस्पतालों में हर रोज औसतन 7 हजार मरीज भर्ती हो रहे हैं. ये अस्पताल की क्षमता से ज्यादा हैं.
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बच्चों में तेज बुखार के लक्षण देखे गए
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस बीमारी में बच्चों में तेज बुखार के लक्षण देखे गए हैं. वहीं फेफड़ों में सूजन है, मगर खांसी नहीं है. ऐसा कहा जा रहा है कि लियाओनिंग प्रांत में स्थिति आनियंत्रित हैं. बच्चों के अस्पतालों में इस बीमारी से जूझ रहे बच्चों की कतारें लगी हैं.
स्कूलों में छात्रों की अनुपस्थिति बढ़ी
रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग के स्कूलों में बच्चों की अनुपस्थिति दर काफी ज्यादा है. यहां पर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. यदि कोई छात्र बीमार है तो कम से कम एक सप्ताह के लिए पढ़ाई रद्द हो रही है. डाक्टरों ने माता-पिता को ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी है. आपको बता दें कि चीन से ही कोरोना की उत्पत्ति हुई थी. यहीं से वायरस पूरे देश में फैल गया था.
Source : News Nation Bureau