पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ आर-पार की लड़ाई में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ खुद ही घिरते नजर आ रहे हैं. जहां पाकिस्तान की संसद में इमरान खान के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव पर 3 अप्रैल को वोटिंग होगी तो वहीं मनी लॉन्डरिंग और आय से अधिक संपत्ति के मामले में शहबाज शरीफ की जमानत रद्द करने पर 4 अप्रैल को कोर्ट में सुनवाई होगी. ऐसे में इमरान सरकार ने कोर्ट में नवाज शरीफ के छोटे भाई और विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ को घेरने की कोशिश की है.
पाकिस्तान नेशनल असेंबली में एलओपी शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) की जमानत अर्जी खारिज होने पर सुनवाई को मंजूरी दे दी गई है. जमानत रद्द करने का फैसला सोमवार यानी 4 अप्रैल को आएगा. पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन (Choudhary Fawad Hussain) ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
आपको बता दें कि पिछले दिनों मनी लॉन्डरिंग और आय से अधिक संपत्ति के मामले में पाकिस्तान की अदालत ने विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ को जमानत दे दी है. लाहौर हाईकोर्ट के न्यायाधीश अली बकर नजफी के नेतृत्व वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने शहबाज शरीफ (69) की जमानत के पक्ष में सर्वसम्मत निर्णय दिया. पिछले साल 29 सितंबर को अदालत ने उन्हें जेल भेजा था.
Source : News Nation Bureau