जम्मू-कश्मीर के मसले पर भारत के खिलाफ बढ़-चढ़ कर आग उगल रहे पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद पर उनका बड़बोलापन उनके अपने ही देश में भारी पड़ गया. एक फोटो जर्नलिस्ट के खिलाफ अपमानजनक और असंवेदनशील टिप्पणी के बाद इस्लामाबाद के नेशनल प्रेस क्लब (एनपीसी) ने उनकी कवरेज और प्रेस क्लब में प्रवेश पर अस्थायी रोक लगा दी है. बताते हैं कि शेख राशिद ने जिस पत्रकार के खिलाफ बड़बोलापन जाहिर किया वह कैंसर से पीड़ित है और रावलपिंडी के बेनजीर भुट्टो अस्पताल में इलाज करा रहा है.
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कैंसर मरीज के खिलाफ की अपमानजनक टिप्पणी
एनपीसी अध्यक्ष शकील करार की जियो टीवी के वीडियो जर्नलिस्ट नसीर से मुलाकात के बाद यह फैसला लिया गया. प्रेस क्लब ने वक्तव्य जारी कर इसकी जानकारी दी. रिलीज के अनुसार, नसीर ने शकील करार को बताया कि हाल ही में राशिद अस्पताल के दौरे पर थे तभी एक स्थानीय पत्रकार ने उनका ध्यान जियो टीवी के वीडियो जर्नलिस्ट नसीर की ओर दिलाया. इस पर रेल मंत्री ने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया जिससे नसीर की भावनाओं को चोट पहुंची.
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प्रेस क्लब ने कवरेज और प्रवेश पर लगाया रोक
इसके बाद ही रावलपिंडी और इस्लामाबाद में राशिद के कवरेज व प्रेस क्लब में एक हफ्ते के लिए प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला किया गया. हालांकि एनपीसी ने राशिद द्वारा बोले गए आपत्तिजनक शब्दों का खुलासा नहीं किया. प्रेस क्लब ने रिपोर्टरों, फोटो व वीडियो जर्नलिस्ट से इस फैसले को मानने की अपील की है. शेख राशिद अपने असंवेदनशील व्यवहार या टिप्पणी को लेकर पहली बार विवादों के केंद्र में नहीं आए हैं.
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पहले भी कर चुके हैं अपमानजनक व्यवहार
बात तब की है जब इमरान सरकार के सत्ता में आने के बाद शेख राशिद को रेल मंत्रालय का पद दिया गया था. वह वाक्या भी उनके शर्मनाक व्यवहार के लिए मीडिया की सुर्खियां बना था. उन्हें पदभार संभाले कुछ ही दिन हुए थे कि एक वृद्ध महिला उनसे मिलने पहुंची. शेख राशिद ने न सिर्फ उस बुजुर्ग महिला के साथ अपमानजनक व्यवहार किया, बल्कि उस घटना की रिकॉर्डिंग कर रहे पत्रकार का मोबाइल फोन भी छीन कर तोड़ दिया था.
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कश्मीर पर भारत के खिलाफ उगल रहे आग
गौरतलब है कि कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान के हुक्मरान अजीब-ओ-गरीब बयान दे रहे हैं. इनमें भी रेल मंत्री शेख राशिद भी नहीं पीछे नहीं हैं. विगत दिनों ही उन्होंने 100, 150 या 250 ग्राम के परमाणु बम होने का दावा कर भारत को धमकी दी थी. इसके पहले जब उन्होंने कश्मीर मसले पर परमाणु हमले की धमकी दी थी तो लंदन प्रवास के दौरान इसकी मुखालफत करते हुए उन पर अंडे फेंके गए थे और घूंसों से नवाजा गया था. इसके बावजूद शेख बाज नहीं आ रहे हैं और इस बार अपने बेतुके बयान के लिए घर में ही प्रतिबंधित हो गए हैं.
HIGHLIGHTS
- कैंसर का इलाज करा रहे जियो टीवी के वीडियो जर्नलिस्ट के खिलाफ की अपमानजनक टिप्पणी.
- विरोधस्वरूप इस्लामाबाद के नेशनल प्रेस क्लब ने एक हफ्ते के लिए लगाया अस्थायी प्रतिबंध.
- कश्मीर पर भारत पर परमाणु हमले सरीखे उकसावेपूर्ण बयान जारी कर रहे हैं शेख राशिद.
कश्मीर पर आग उगल रहे पाकिस्तान के मंत्री पर लगा प्रतिबंध, पड़ गया बड़बोलापन भारी
शेख राशिद (Sheikh Rashid) ने जिस पत्रकार के खिलाफ बड़बोलापन जाहिर किया वह कैंसर से पीड़ित है और रावलपिंडी के बेनजीर भुट्टो अस्पताल में इलाज करा रहा है.
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जम्मू-कश्मीर के मसले पर भारत के खिलाफ बढ़-चढ़ कर आग उगल रहे पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद पर उनका बड़बोलापन उनके अपने ही देश में भारी पड़ गया. एक फोटो जर्नलिस्ट के खिलाफ अपमानजनक और असंवेदनशील टिप्पणी के बाद इस्लामाबाद के नेशनल प्रेस क्लब (एनपीसी) ने उनकी कवरेज और प्रेस क्लब में प्रवेश पर अस्थायी रोक लगा दी है. बताते हैं कि शेख राशिद ने जिस पत्रकार के खिलाफ बड़बोलापन जाहिर किया वह कैंसर से पीड़ित है और रावलपिंडी के बेनजीर भुट्टो अस्पताल में इलाज करा रहा है.
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कैंसर मरीज के खिलाफ की अपमानजनक टिप्पणी
एनपीसी अध्यक्ष शकील करार की जियो टीवी के वीडियो जर्नलिस्ट नसीर से मुलाकात के बाद यह फैसला लिया गया. प्रेस क्लब ने वक्तव्य जारी कर इसकी जानकारी दी. रिलीज के अनुसार, नसीर ने शकील करार को बताया कि हाल ही में राशिद अस्पताल के दौरे पर थे तभी एक स्थानीय पत्रकार ने उनका ध्यान जियो टीवी के वीडियो जर्नलिस्ट नसीर की ओर दिलाया. इस पर रेल मंत्री ने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया जिससे नसीर की भावनाओं को चोट पहुंची.
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प्रेस क्लब ने कवरेज और प्रवेश पर लगाया रोक
इसके बाद ही रावलपिंडी और इस्लामाबाद में राशिद के कवरेज व प्रेस क्लब में एक हफ्ते के लिए प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला किया गया. हालांकि एनपीसी ने राशिद द्वारा बोले गए आपत्तिजनक शब्दों का खुलासा नहीं किया. प्रेस क्लब ने रिपोर्टरों, फोटो व वीडियो जर्नलिस्ट से इस फैसले को मानने की अपील की है. शेख राशिद अपने असंवेदनशील व्यवहार या टिप्पणी को लेकर पहली बार विवादों के केंद्र में नहीं आए हैं.
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पहले भी कर चुके हैं अपमानजनक व्यवहार
बात तब की है जब इमरान सरकार के सत्ता में आने के बाद शेख राशिद को रेल मंत्रालय का पद दिया गया था. वह वाक्या भी उनके शर्मनाक व्यवहार के लिए मीडिया की सुर्खियां बना था. उन्हें पदभार संभाले कुछ ही दिन हुए थे कि एक वृद्ध महिला उनसे मिलने पहुंची. शेख राशिद ने न सिर्फ उस बुजुर्ग महिला के साथ अपमानजनक व्यवहार किया, बल्कि उस घटना की रिकॉर्डिंग कर रहे पत्रकार का मोबाइल फोन भी छीन कर तोड़ दिया था.
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कश्मीर पर भारत के खिलाफ उगल रहे आग
गौरतलब है कि कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान के हुक्मरान अजीब-ओ-गरीब बयान दे रहे हैं. इनमें भी रेल मंत्री शेख राशिद भी नहीं पीछे नहीं हैं. विगत दिनों ही उन्होंने 100, 150 या 250 ग्राम के परमाणु बम होने का दावा कर भारत को धमकी दी थी. इसके पहले जब उन्होंने कश्मीर मसले पर परमाणु हमले की धमकी दी थी तो लंदन प्रवास के दौरान इसकी मुखालफत करते हुए उन पर अंडे फेंके गए थे और घूंसों से नवाजा गया था. इसके बावजूद शेख बाज नहीं आ रहे हैं और इस बार अपने बेतुके बयान के लिए घर में ही प्रतिबंधित हो गए हैं.
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