जापान के ऐतिहासिक शहर नारा में चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. उनकी हत्या रविवार को होने वाले चुनाव (Elections) से ऐन पहले हुई थी. आबे की हत्या से उनके पक्ष में चली सहानुभूति की लहर ने चुनाव परिणामों के इस कदर प्रभावित किया कि उनकी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ने बहुत आसानी के साथ बहुमत प्राप्त कर लिया. अब एलडीपी और उसके गठबंधन सहयोगियों को उच्च सदन की आधी सीटों पर हुए चुनाव में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 146 कर ली है. चैंबर की 248 सीटों में यह आंकड़ा पूर्ण बहुमत से कहीं ज्यादा है. इस भारी जीत के बदौलत पीएम फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) के लिए 2025 तक सत्ता में रह बगैर रुकावट सरकार चलाना आसान हो गया है.
रविवार को हुआ मतदान
गौरतलब है कि शुक्रवार को नारा में शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद पूरे देश में मातम सा पसर गया. प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और उनके कैबिनेट मंत्री देशभर में अन्य चुनाव प्रचार अभियानों को बीच में रोक कर टोक्यो लौट आए थे. हालांकि आबे की मौत के बावजूद रविवार को होने वाले उच्च सदन के लिए मतदान को नहीं टाला गया. इसके बाद हुए एग्जिट पोल में ही यह तय हो गया था कि सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को आसानी से बहुमत मिल जाएगा, क्योंकि आबे के पक्ष में सहानुभूति की लहर चल रही है. रविवार के चुनाव में एक अलग अंदाज में लोगों ने मतदान किया. इसके पहले राजनीतिक सभाओं में सभी राजनीतिक नेताओं ने स्वतंत्र भाषण के महत्व पर जोर दिया और लोकतंत्र के खिलाफ हिंसा से पीछे नहीं हटने की कसम खाई.
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13 जुलाई को होगा अंतिम संस्कार
रविवार को मतदान और परिणाम आने के बाद अब पूर्व पीएम शिंजो आबे के अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. आबे का 13 जुलाई को टोक्यो में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा. दुनिया के कई बड़े नेता अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सोमवार को ही टोक्यो पहुंच जाएंगे. उनके अलावा क्वाड समूह के कई नेताओं के आने की उम्मीद है. फिलहाल जापान पुलिस शिंजो आबे के हत्यारे से पूछताछ कर रही है. उसने पूछताछ में बताया है कि वह आबे से उनकी धार्मिक विचारधारा को लेकर नाराज था और इसीलिए उनकी हत्या की. हालांकि एक बड़े वर्ग का मानना है कि यदि आबे की नारा में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था होती तो हत्यारा अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाता.
HIGHLIGHTS
- उच्च सदन में सत्तारूढ़ दल की हिस्सेदारी 146 हुई
- 2025 तक फुमियो किशिदा निर्बाध करेंगे शासन
- 13 जुलाई को टोक्यो में होगा आबे का अंतिम संस्कार