उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण की संभावना को लेकर चिंताओं के बीच दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के वरिष्ठ राजनयिकों ने बुधवार को क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर उच्च स्तरीय वार्ता की. योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया के पहले उप विदेश मंत्री चो ह्यून-डोंग ने अपने अमेरिकी और जापानी समकक्षों - वेंडी शेरमेन और ताकेओ मोरी के साथ त्रिपक्षीय सत्र आयोजित किया. इस सत्र का उद्देश्य उत्तर कोरिया के उभरते खतरों से निपटने के तरीकों पर चर्चा का था.
इस हफ्ते का सत्र उन अटकलों के बीच आयोजित किया गया है, जिसमें कहा जा रहा है किकिम जोंग-उन शासन जल्द ही एक और परमाणु परीक्षण के साथ आगे बढ़ सकता है और भड़काने वाले कृत्यों को अंजाम दे सकता है. सियोल में अधिकारियों का कहना है कि खूफिया तरीके से उत्तर कोरिया सितंबर 2017 के बाद अपने पहले परमाणु परीक्षण के लिए पूरी तरह तैयार है.
राजनयिकों की पिछली त्रिपक्षीय बैठक जून में सोल में हुई थी. उत्तर कोरिया ने सितंबर के अंत से केवल तीन सप्ताह में लगभग एक दर्जन बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे इस साल लॉन्च की गई बैलिस्टिक मिसाइलों की कुल संख्या 44 हो गई, जो एक साल में दागी गई बैलिस्टिक मिसाइलों की सबसे बड़ी संख्या है.
इस महीने की शुरूआत में, समावेशी देश ने पूर्वी और येलो समुद्र में समुद्री बफर जोन में सैकड़ों तोपखाने शॉट दागे, जो सैन्य तनाव को कम करने के लिए 2018 के अंतर-कोरियाई समझौते के तहत निर्धारित किए गए थे.
Source : IANS