दक्षिण कोरिया की जानी-मानी ऑटोमोबाइल कंपनी देवू मोटर्स इंडिया लिमिटेड की संपत्ति अप्रैल 11 को दोबारा नीलाम होगी. डीआरटी मुंबई ने इसके जरिए लगभग 2,250 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष रखा है. इसके पहले 2008 में नवगठित पान इंडिया मोटर्स ने देवू का अधिग्रहण किया था. भारत में इस कंपनी ने 2003-04 में अपना कारोबार बंद कर दिया था और इसके 15 साल बाद यह नीलामी हो रही है.
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ऋण वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) मुंबई द्वारा हाल ही में जारी की गई एक अधिसूचना में यह बताया गया है कि यह नीलामी दो चरणों में होगी. ई नीलामी के पहली खेप में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएड में स्थित 204 एकड़ की जमीन नीलाम होगी, जिसमें इमारत और अन्य चीजें शमिल हैं, जिसकी न्यूनतम आरक्षित कीमत 528.61 करोड़ निर्धारित की गई है.इसके अलावा बोली में सफल होने वाले को उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक निगम के 66.58 करोड़ रुपये बकाया भी चुकाने होंगे.
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नीलामी की दूसरी खेप में उसी भूखंड पर मौजूद अन्य संपत्तियां हैं, जो नीलामी के लिए रखी जाएंगी. जिनकी न्यूनतम आरक्षित कीमत 83.01 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है.जिन लोगों ने अर्जेटनम मोटर्स के साथ काम किया है, उन्होंने कहा कि जमीन और उपकरणों के लिए अलग-अलग बोली लगाई जानी चाहिए.उद्योग के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली स्थित नीलामीकर्ता सी1 इंडिया को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. बार-बार कोशिश के बावजूद कंपनी ने इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और नीलामी के विवरण की जानकारी के लिए आईएएनएस के ईमेल का भी कोई जवाब नहीं दिया.
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देवू मोटर्स कर्मचारी संघ के एक कार्यकर्ता रविंद्र कुमार ने बताया कि कंपनी को आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई, यस बैंक और भारतीय स्टेट बैंक जैसे सात ऋ णदाताओं के कर्ज चुकाने हैं. ऐसा पहली बार नहीं हो रहा कि कंपनी की संपत्ति बिक रही है. बल्कि इससे पहले डीआरटी मुंबई ने 2006 में पान इंडिया कंपनी के जरिए संपत्ति की नीलामी प्रक्रिया शुरू की थी.पान इंडिया मोटर्स के शेयर धारकों में फर्स्टरैंड बैंक, एक दक्षिण अफ्रीकी प्रमुख बैकिंग कंपनी ग्लोबल इंवेस्टमेंट कंपनी डी.ई. शॉ, आईएल एंड एफएस, स्पाइस जेट के संस्थापक और चेयरमैन अजय सिंह और हुंडई इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बीवीआर सुब्बू शामिल थे.
Source : IANS