आर्थिक बदहाली के शिकार श्रीलंका में हिंसा और आगजनी के बाद कर्फ्यू को 12 मई की सुबह सात बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है. इसके साथ ही सड़कों पर जारी हिंसक प्रदर्शन को कुचलने के लिए रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को शूट ऑन साइट यानी उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए हैं. इससे पहले सोमवार हो हुई हिंसा में एक सांसद समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. गौरतलब है कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला करने और हिंसा फैलाने के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे के बाद उनके समर्थकों ने हिंसा फैलाना शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि इस तरह की खबरें भी आ रही है कि इस्तीफा देने के बाद श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे अपने पूरे परिवार समेत देश छोड़ कर नौसेना के अड्डे पर चले गए हैं.
वहीं, राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने ट्विटर पर प्रदर्शनकारियों से अपील कि वे चाहे जिस भी पार्टी हों लेकिन वे शांत रहें और हिंसा रोक दें. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि नागरिकों के खिलाफ बदले की कार्रवाई न करें. इसके साथ ही उन्होंने देशवासियों आश्वासन दिलाया है कि संवैधानिक जनादेश और आम सहमति के जरिए राजनीतिक स्थिरता बहाल करने और आर्थिक संकट को दूर करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे.
बेटे का दावा- देश से नहीं भागेंगे पिता महिंदा राजपक्षे
श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के देश छोड़कर भागने की खबरों के बीच बेटे नमल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ऐसी कई अफवाहें हैं कि उनके पिता महिंदा राजपक्षे देश छोड़कर नहीं भागने वाले हैं. उन्होंने कहा कि हम ऐसा नहीं करेंगे. खेल मंत्री रहे नमल ने कहा है कि मेरे पिता सुरक्षित हैं और परिवार के संपर्क में है. इससे पहले महिंदा राजपक्षे ने सोमवार को बढ़ते दबाव के बीच प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने हंबनटोटा में उनके घर को भी जलाकर राख कर दिया है.
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श्रीलंका में कर्फ्यू लागू होने के बाद भी हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. भीड़ ने मंगलवार को कोलंबो में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास के पास एक शीर्ष श्रीलंकाई पुलिस अधिकारी के साथ मारपीट की और उनकी गाड़ी में आग लगा दी. गौरतलब है कि वरिष्ठ उप महानिरीक्षक देशबंधु तेनाकून कोलंबो में सर्वोच्च पद के अधिकारी हैं. दरअसल, भीड़ को तितर-बितर करने के लिए इस अधिकारी ने हवाई फायरिंग की थी.
HIGHLIGHTS
- प्रधानमंत्री के इस्तीफे का बाद और बिगड़े हालात
- अब सरकार समर्थक लोगों ने शुरू की हिंसा
- राष्ट्रपति से सभी पक्षों से की शांति बनाए रखने की अपील