Sri Lanka Crisis : चीन के चंगुल में फंसकर श्रीलंका पूरी तरह से कंगाल हो गया है. 1948 में आजादी मिलने के बाद श्रीलंका इस वक्त सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, श्रीलंका के विपक्षी दल समागी जन बालवेगया (SJB) के एक वरिष्ठ नेता का दावा है कि राजपक्षे परिवार की नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उनकी पार्टी अगले हफ्ते संसद में बहुमत साबित कर देगी. श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने विपक्ष से अंतरिम सरकार बनाने को 225 सदस्यीय संसद में 113 सांसदों का समर्थन हासिल कर बहुमत दिखाने को कहा है.
‘डेली मिरर’ अखबार ने एसजेबी सांसद और मुख्य विपक्षी सचेतक लक्ष्मण किरीला के हवाले से कहा कि हर कोई देखेगा कि हमारे पास अगले हफ्ते बहुमत होगा. हालांकि, मैं यह नहीं बताऊंगा कि हम इसे कैसे करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजपक्षे को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और फिर संवैधानिक सुधार होना चाहिए, ताकि सरकार के स्तंभों के बीच नियंत्रण और संतुलन सुनिश्चित हो सके.
इस दौरान एक अन्य एसजेबी सांसद मुजीबुर रहमान ने कहा कि राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग पर भी उनकी पार्टी जोर देगी. उन्होंने कहा कि अब तक हमने इसे नहीं छोड़ा है. राष्ट्रपति राजपक्षे ने शुक्रवार को द्वीप राष्ट्र में आर्थिक संकट को दूर करने के लिए संसद में प्रतिनिधित्व रखने वाले सभी राजनीतिक पार्टियों को शामिल करते हुए एक सर्वदलीय सरकार बनाने का निमंत्रण दिया.
राष्ट्रपति कार्यालय के मीडिया विभाग ने बयान जारी कर कहा है किपार्टी नेताओं और संसद में उन्होंने अब स्वतंत्र रूप से काम कर रहे प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के दौरान यह पेशकश की. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं था कि मौजूदा पीएम महिंदा राजपक्षे (राष्ट्रपति के सबसे बड़े भाई) सर्वदलीय सरकार बनाने को इस्तीफा देंगे या नहीं.
Source : News Nation Bureau