श्रीलंका में प्रधानमंत्री पद को लेकर चल रहे राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना ने शुक्रवार को 225 सदस्यीय संसद को भंग कर दिया. राष्ट्रपति के इस फैसले के बाद श्रीलंका में तय कार्यक्रम से दो साल पहले ही चुनाव होंगे. सूत्रों के मुताबिक, श्रीलंका में मध्यावधि चुनाव 5 जनवरी को कराए जाएंगे. राष्ट्रपति का यह निर्णय तब आया जब सिरिसेना की यूनाइटेड पीपल्स फ्रीडम अलायंस (यूपीएफए) ने घोषणा कर दी कि उनके पास प्रधानमंत्री उम्मीदवार राजपक्षे के लिए पर्याप्त संख्याबल नहीं है. सिरिसेना ने इससे पहले 27 अक्टूबर को संसद को 16 नवंबर तक के लिए निलंबित कर दिया था.
हालांकि बाद में उन्होंने भारी आलोचना के बाद इस निलंबन को वापस लिया था. प्रधानमंत्री पद से हटाए गए रानिल विक्रमसिंघे समेत सांसदों ने तत्काल संसद सत्र बुलाने की मांग की थी, ताकि यह बात साबित हो कि किस पार्टी के पास बहुमत है.
गौरतलब है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना ने बड़े ही नाटकीय ढंग से देश के मौजूदा प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त कर पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया था. जिसके बाद इस राजनीतिक संकट की शुरुआत हुई थी. इसके साथ ही सिरिसेना ने संसद भी निलंबित कर दी थी.
Source : News Nation Bureau