श्रीलंका: राष्ट्रपति ने सुरक्षित देश के बाहर जाने की मांगी थी गारंटी, इस्तीफे से पहले रखी शर्त

श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने इस्तीफे से पहले शर्त रख दी थी कि वे अपने परिवार के साथ देश से बाहर जाएंगे. इस दौरान उन्हें सुरक्षित बाहर जाने दिया जाए.

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Mohit Saxena
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Gotabaya Rajapakksha

Gotabaya Rajapakksha ( Photo Credit : ani)

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आर्थिक संकट (Economic Crisis)  के कारण श्रीलंका (Srilanka) में आम जनता सड़कों पर उतर आई है. बीते दिनों यहां की जनता ने राष्ट्रपति भवन को अपने कब्जे में ले​ लिया था. उनकी मांग थी कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapakksha) अपने पद से तुरंत इस्तीफा दें. जनता के उग्र प्रदर्शन के कारण राजपक्षे खुफिया रास्ते से देश के बाहर जाने का प्रयास कर रहे थे. इस बीच जानकारी मिल रही है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे इस्तीफे के आधिकारिक ऐलान से पहले ही देश छोड़ चुके हैं. राजपक्षे देर रात मालदीव पहुंच गए हैं. उन्होंने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने से पहले परिवार सहित खुद के लिए सुरक्षा की मांग की थी. गोटाबाया राजपक्षे ने शर्त रखते हुए कहा था कि वे परिवार सहित देश से बाहर जाना चाहते हैं. ऐसे में उन्हें सुरक्षित भेजा जाना सुनिश्चित कराया जाए.

गौरतलब है कि गोटबाया की ओर से तीन दिन पहले ही घोषणा कर दी गई थी कि वे 13 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. गोटबाया ने इस्तीफे पर दस्तखत भी एक दिन पहले ही कर दिया था.  वहीं एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गोटाबाया राजपक्षे ने अपने इस्तीफे पर हस्ताक्षर कर दिया है. इसमें तारीख 13 जुलाई अंकित की गई है. गोटबाया राजपक्षे के राष्ट्रपति पद से इस्तीफे का ऐलान आज स्पीकर सार्वजनिक तौर करने वाले हैं. दरअसल आम जनता के मन में  यह बात बैठ गई है कि राजपक्षे अपने पद से इस्तीफा नहीं देना चाहते हैं. हालांकि उन्होंने तीन दिन पहले स्पीकर को अपने इस्तीफे की जानकारी दे दी थी. आज गोटाबाया राजपक्षे को अपना त्यागपत्र देना है. मगर उससे पहले उन्होंने खुद और परिवार के सुरक्षित बाहर जाने का रास्ता मांगा.

राजपक्षे के भाई ने देश छोड़ने का किया प्रयास 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजपक्षे के भाई और पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे ने भी बीते दिनों देश छोड़ने का प्रयास किया था. मगर  अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन स्टाफ और एयरपोर्ट कर्मियों ने उन्हें ऐसा करने से रोक लिया था. इस दौरान बासिल राजपक्षे को वापस जाना पड़ा था. बासिल श्रीलंका के पूर्व वित्त मंत्री भी रह चुके हैं. हाल ही में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया था. दरअसल राजपक्षे के परिवार के खिलाफ जनता में भारी आक्रोश है. ऐसे में राष्ट्रपति राजपक्षे ने अपने इस्तीफे से पहले शर्त रखी है.   

इस्तीफा न देने पर बिगड़ते और हालात

राष्ट्रपति अगर अपना इस्तीफा नहीं देते तो राजधानी कोलंबो में हालात और बदतर होने संभावना बनी रहती. वे बीते 40 घंटे से अपने इस्तीफे पर चुप हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि राजपक्षे तब तक इस्तीफा नहीं देने वाले हैं, जब तक उनके परिवार को देश से बाहर सुरक्षित नहीं  निकाला जाता है. विपक्ष से बातचीत जारी है. राष्ट्रपति ने तीन दिन पहले स्पीकर से बात की थी. मगर वे अब तक चुप्पी साधे बैठे हैं.

श्रीलंका के हालात बेहद खराब

श्रीलंका के हालात को लेकर भारत के विदेश एस जयशंकर ने अपना बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि श्रीलंका की स्थिति बेहद संवेदनशील और जटिल बनी हुई है. उन्होंने कहा कि नई दिल्ली की प्रतिबद्धता और समर्थन द्विपीय राष्ट्र के मैत्रीपूर्ण लोगों के लिए है. हम जीवन के कठिन दौर में उनकी मदद करना चाहते हैं.

HIGHLIGHTS

  • राजपक्षे देर रात मालदीव पहुंच गए हैं
  • तीन दिन पहले ही घोषणा कि वे 13 जुलाई को पद से इस्तीफा देंगे
  • खुद और परिवार के सुरक्षित बाहर जाने का रास्ता मांगा

Source : News Nation Bureau

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