सीरियाई (Syria) सेना ने सोमवार को इदलिब (Idlib) प्रांत के सामरिक शहर साराकेब पर सफलतापूर्वक दोबारा कब्जा कर लिया. एक युद्ध पर्यवेक्षक ने यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने इंग्लैंड आधारित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के हवाले से कहा कि रूसी (Russia) हवाई हमलों की आड़ में सीरियाई सेना ने साराकेब (Saraqib) पर दोबारा कब्जा कर लिया. इससे चार दिन पहले तुर्की (Turkey) समर्थित विद्रोही संगठनों ने इस पर कब्जा कर लिया था. इस बीच तुर्क समर्थित विद्रोही शहर पर दोबारा कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं, तो शहर के बाहर लड़ाई जारी थी.
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साराकेब सामरिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण
साराकेब एक कूटनीतिक महत्व रखता है, क्योंकि यहां से एम5 मार्ग को देखा जा सकता है, जिसे स्थानीय तौर पर अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम से जाना जाता है. एम5 राजमार्ग दक्षिणी सीरिया में जॉर्डन की सीमा के निकट से शुरू होकर उत्तर होते हुए तुर्क सीमा के निकट अलेप्पो शहर तक जाता है. साराकेब एम5 राजमार्ग पर विपक्ष तथा इस्लामिक विद्रोहियों के कब्जे वाला अंतिम बड़ा शहर था. विपक्ष का समर्थन करने वाले तुर्की के पास साराकेब में गैरसैन्य क्षेत्र में चार से 12 पर्यवेक्षण केंद्र हैं. क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए तुर्की ने साराकेब में 2018 में रूस के साथ संधि की थी. रूस सीरियाई साम्राज्य का समर्थन करता है.
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तुर्की औऱ सीरियो में तनाव बढ़ा
तुर्की ने सीरिया के खिलाफ आक्रामक हमले में रविवार को उसके दो फाइटर जेट को मार गिराया. इसमें 19 सीरियाई जवानों के मारे जाने की खबर है. पिछले हफ्ते सीरियाई हवाई हमले में तुर्की के कई सैनिक मारे गए थे. इसके बाद तुर्की ने रूस समर्थित सीरियाई सेना के खिलाफ एक पूर्ण सैन्य अभियान चलाने की घोषणा की. इस घटना से रूस और तुर्की के बीच तनाव बढ़ गया है. उधर, दो फाइटर जेट के नुकसान और कई सैनिकों के मारे जाने से नाराज सीरिया ने धमकी दी है कि अगर उसके हवाई क्षेत्र में तुर्की का विमान दिखा तो उसे मार गिराया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- सीरिया ने इदलिब के सामरिक शहर साराकेब पर दोबारा कब्जा कर लिया.
- साराकेब विपक्ष तथा इस्लामिक विद्रोहियों के कब्जे वाला अंतिम बड़ा शहर.
- तनाव कम करने के लिए तुर्की ने साराकेब में रूस के साथ संधि की थी.