काबुल में रूसी दूतावास पर सोमवार सुबह 11 बजे के आसपास हुए आत्मघाती हमले में रूस के दो राजनयिक समेत 20 लोगों की मौत हो गई. अफगान पुलिस ने बताया कि आत्मघाती हमलावर को दूतावास के प्रवेश द्वार के पास ही ढेर कर दिया गया. रूसी दुतावास की सुरक्षा में तैनात तालिबान के लड़ाकों ने आत्मघाती हमलावर की दूर से ही पहचान कर ली थी और उसे गोली मार कर ढेर कर दिया. हालांकि उसके विस्फोट से 20 लोगों की जानें गई और कई गंभीर रूप से घायल हैं. बताते हैं कि रूसी दूतावास दारुलअमान रोड पर स्थित है. इससे बाद हेरात में भी आतंकी हमले में दर्जन भर से अधिक लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था.
फिलहाल किसी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
इसके पहले अफगान पुलिस ने जानकारी दी थी कि दारुलअमान रोड पर स्थित रूसी दूतावास के प्रवेश द्वार पर आत्मघाती हमलावर ने खुद को धमाके में उड़ा दिया. पुलिस के मुताबिक दूतावास के सशस्त्र गार्ड्स ने गोली मार कर आत्मघाती हमलावर को ढेर कर दिया था. पुलिस के मुताबिक, 'अपने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले रूसी दूतावास के बाहर तैनात तालिबान के सुरक्षा गार्ड्स ने आत्मघाती हमलावर को पहचान लिया था. यही वजह है कि उसे प्रवेश द्वार से कुछ दूर ही ढेर कर दिया गया.' पुलिस प्रमुख मॉलावी सबीर के मुताबिक हताहतों की संख्या की सटीक जानकारी फिलहाल नहीं दी जा सकती है.
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हेरात की मस्जिद में भी आत्मघाती हमला
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार पूरी घटना की जांच कर रही है. गौरतलब है कि अफगानिस्तान में तालिबान शासन के बाद काबुल में दूतावास चालू रखने वाले चंद देशों में रूस भी शामिल है. हालांकि मॉस्को ने अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी हुई है. इसके बावजूद परस्पर सहमति से गैसोलिन और अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति के लिए राजी हुए हैं. रूसी दूतावास पर आत्मघाती हमले के बाद हेरात की गुजारगाह मस्जिद में भी एक आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें 20 लोग मारे गए. तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद के मुताबिक आत्मघाती हमले में मस्जिद के मौलवी की भी मौत हो गई है.
HIGHLIGHTS
- सोमवार सुबह 11 के आसपास हुआ आत्मघाती हमला
- हमले में अफगान नागरिकों समेत दो रूसी राजनयिक मरे
- हेरात की मस्जिद में भी हुआ सोमवार को आत्मघाती हमला