भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने एक बार फिर अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी है. यह तीसरी बार है कि वह अंतरिक्ष स्टेशन के लिए गई हैं. बोइंग के सीएसटी-100 स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से उड़ान भरने वाली पहली सदस्य बन गई हैं. वह मिशन पर जाने वाली पहली महिला हैं. यान विलियम्स और बुच विल्मोर को लेकर बोइंग का क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन फ्लोरिडा के केप केनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से रवाना हुआ है. 58 वर्षीय विलियम्स उड़ान परीक्षण की पायलट हैं. वहीं 61 वर्षीय विल्मोर मिशन का कमांडर नियुक्त किया गया है. यह मिशन पहले कई बार प्रभावित हुआ है. यह यान शुक्रवार दोपहर 12:15 बजे अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने की संभावना है.
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अन्वेषण का नया युग शुरू हुआ
बोइंग का इरादा स्टारलाइनर को स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल से प्रतिस्पर्धा करे. 2020 से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन चालक दल के सदस्यों को स्पेस स्टेशन पर भेजने को लेकर नासा का एकमात्र स्पेशक्राफ्ट रहा है. बोइंग रक्षा, अंतरिक्ष और सुरक्षा अध्यक्ष और सीईओ टेड कोलबर्ट ने कहा कि यह चालक दल उड़ान परीक्षण अंतरिक्ष अन्वेषण का नया युग शुरू हुआ है. उन्होंने कहा, अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष स्टेशन तक सुरक्षित पहुंचाने और वापसी के लिए वे उत्सुक हैं.
एटलस वी राकेट से भेजे गए विल्मोर और विलियम्स पहले यात्री हैं. क्रू सदस्यों के साथ स्टारलाइनर करीब 345 किलो कार्गो भी ले गया है. विलियम्स और विल्मोर धरती पर लौटने से पहले अंतरिक्ष स्टेशन पर करीब एक हफ्ते बिताएगा.
Source :News Nation Bureau