विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने देश से बाहर रह रहे भारतीयों को कहा है कि उनका पासपोर्ट विश्व के किसी भी कोने में उनके लिए कवच (शील्ड) का काम करेगा।
बहरीन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा, 'जब मैं विश्व में कहीं भी भारतीय प्रवासियों से मिलता हूं, मैं उनका पासपोर्ट देखता हूं। उनका धर्म, समुदाय, या राज्य मेरे लिए महत्व नहीं रखता है। अगर आपके पास भारतीय पासपोर्ट है तो विश्व के किसी भी कोने में यह आपके लिए कवच का काम करेगा।'
सुषमा स्वराज ने बहरीन में भारतीय दूतावास के एक नए कांप्लेक्स का उद्घाटन किया और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि भारत और बहरीन के संबंध नए स्तर पर पहुंच चुका है।
उन्होंने कहा, 'भारत और बहरीन दोनों का बेहतरीन साझा अतीत है और गतिशील वर्तमान है। जो यात्रा शताब्दियों पहले शुरू हुई थी वह एक नए स्तर पर पहुंच चुका है।'
सुषमा स्वराज ने कहा, 'भारत और बहरीन का लंबा साझा अतीत है जब सिंधु घाटी और डिलमन सभ्यता के बीच व्यापार होता था, जो मध्य में खो गया था। बहरीन मसाले, हाथादांत, इमारती लकड़ियों और रत्नों के महत्वपूर्ण व्यापार परिवहन का परिवर्तन बिंदु था।'
दो दिनों के दौरे पर सुषमा स्वराज बहरीन की विदेश मंत्री खलीफा के साथ दूसरी उच्च संयुक्त आयोग बैठक में हिस्सा लेगी।
रविवार को सुषमा स्वराज बहरीन के राजनीतिक नेतृत्व के साथ कई बैठकों में हिस्सा लेंगी। इनके दौरे के दौरान दो से तीन समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।
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Source : News Nation Bureau