सीरिया में चल रहे टकराव के बीच इस साल का सबसे खूनी महीना सितंबर रहा, जहां सिर्फ एक महीने में ही करीब 3000 लोग मारे गए हैं।
ब्रिटेन की मानवाधिकार संस्था सीरिया ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (एसओएचआर) ने कहा है कि पिछले महीने मारे गए लोगों में 955 तो आम नागरिक ही हैं।
एसओएचआर ने कहा है कि मारे गए नागरिकों में 70 प्रतिशत से अधिक सरकार और रूस के हवाई हमलों के शिकार हुए हैं या इस्लामिक स्टेट के साथ चल रही लड़ाई में अंतर्राष्ट्रीय विमान आक्रमण से अपने जान गंवाए हैं।
संस्था के प्रमुख रामी अब्दल रहमान ने कहा, 'सितंबर में मरने वाले लोगों की संख्या अधिक थी, इसका अंतर्राष्ट्रीय गुटों और रूस का सीरिया के उत्तर और पूर्व में जिहादियों के गढ़ में बढ़ती लड़ाई और हवाई आक्रमण रहा है, लेकिन रूस और सरकार का विवादित जगहों पर हमला भी एक प्रमुख कारण रहा है।'
सीरिया के कई इलाकों में संघर्ष एक बार फिर तेज हो गया है। संस्था ने कहा कि सितंबर में कुल 955 आम नागरिक मारे गए हैं, जिसमें 207 बच्चे भी शामिल रहे हैं।
इसके अलावा मरने वालों में 790 सरकार के सैनिक और सरकार समर्थक, 738 आईएस और एचटीएस के जिहादी और 550 राज विरोधी और एसडीएफ के सदस्य थे।
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सीरिया में 2011 से शुरू हुए टकराव में अब तक 3,30,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, और 10 लाख से भी ज्यादा विस्थापित हो चुके हैं।
अमेरिकी नेतृत्व वाली अंतर्राष्ट्रीय गुट एक कुर्दिश अरब गठबंधन सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस (एसडीएफ) को हवाई समर्थन दे रहा है। साथ ही पहले जिहादियों के उत्तरी गढ़ रहे राका और डीर अजरोर शहर में लड़ाई कर रही है।
रूसी हवाई हमले का समर्थन प्राप्त, सारिया के राष्ट्रपति बशर अल अशद के सैनिक पूर्वी प्रांत डीर अजजोर में आईएस के कब्जे वाले क्षेत्रों को पाने के लिए लगातार लड़ाई कर रहे हैं।
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HIGHLIGHTS
- सीरिया में 2011 से शुरू हुए टकराव में अब तक 3,30,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं
- साथ ही इस दौरान 10 लाख से भी ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं
- पिछले महीने 3000 से ज्यादा लोग मारे गए, जिसमें 955 आम नागरिक शामिल
Source : News Nation Bureau