अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के एक हिस्से ने सख्त इस्लामी कट्टरवाद का पालन करने के लिए राजधानी के सभी मनोरंजन पार्कों को लिंग के आधार पर अलग करने का आदेश दिया है. यह जानाकरी आरएफई/आरएल ने दी. फन पार्कों में इस तरह घालमेल लड़कियों और महिलाओं के अधिकारों के लिए चिंताओं को गहरा कर देंगी, क्योंकि यह पिछले हफ्ते आखिरी मिनट के उलटफेर के बाद अफगान लड़कियों को फिर से खोले गए स्कूलों में लौटने से रोक दिया गया था.
इस तरह बांटा समय और दिन
27 मार्च को कट्टर तालिबान के पुण्य और रोकथाम के प्रचार मंत्रालय ने आदेश दिया कि सवारी और खेल के साथ सभी काबुल स्थानों को रविवार से मंगलवार तक और बुधवार से शनिवार तक लड़कों और पुरुषों के लिए महिलाओं और लड़कियों के लिए खोला जाना चाहिए. मंत्रालय की समय सारिणी पर परिवारों के लिए कोई अपवाद नहीं है.
वैश्विक संस्थाओं की चिंताएं बढ़ीं
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने लड़कियों और महिलाओं के सात महीने पुराने शासन के तहत दुर्व्यवहार की बार-बार चेतावनी दी है, जिसमें उनके आंदोलन पर कठोर सीमाएं, काम करने या यात्रा करने की स्वतंत्रता या सार्वजनिक जीवन के सबसे सरल दैनिक पहलुओं को भी पूरा करने की क्षमता शामिल है. इंस्टीट्यूट ऑफ वॉर एंड पीस स्टडीज और काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस ऑफ अफगानिस्तान के कार्यकारी अध्यक्ष तमीम असी ने पार्को पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद ट्वीट किया, 'तालिबान शासन अब आधिकारिक तौर पर एक लैंगिक भेद वाला सत्तावादी पुलिस राज्य है.'
HIGHLIGHTS
- महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग दिन तय
- परिवार समेत कभी भी जा सकेंगे फन पार्कों में