तालिबान आतंकवादियों ने गुरुवार तड़के उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान (Pakistan) में एक पुलिस वाहन को सड़क किनारे बम से निशाना बनाकर चार पुलिस अधिकारियों की हत्या कर दी और छह को घायल कर दिया. अफगानिस्तान (Afghanistan) की सीमा से लगे खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) प्रांत के एक कस्बे लक्की मरवत में एक पुलिस स्टेशन पर हमले के सिलसिले में भेजे जा रहे जवान तालिबान (Taliban) आतंकियों द्वारा निशाना बनाए गए पुलिस वाहन में बैठे थे. इसके अलावा थाने पर हुए हमले में छह अधिकारी भी घायल हो गए हैं.
स्थानीय पुलिस अधिकारी अशफाक खान ने कहा कि आतंकी हमले में शामिल संदिग्ध तालिबान आतंकवादी की तलाश की जा रही है जिन्होंने लक्की मरवत में पुलिस थाने पर हमला किया और बाद में पुलिस वाहन को बम से निशाना बनाया. हालांकि पाकिस्तानी तालिबान ने दोनों आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ले ली है. गौरतलब है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान या टीटीपी के रूप में जाना जाने वाला समूह अलग है, लेकिन वह अफगानिस्तान पर काबिज तालिबान आतंकियों के साथ संबद्ध है. पाकिस्तानी तालिबान द्वारा पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्ष विराम समाप्त करने के बाद से पाकिस्तान में आतंकी हमलों में वृद्धि हुई है.
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20 साल के युद्ध के बाद अमेरिकी और नाटो सैनिकों के अफगानिस्तान छोड़ने के दौरान 2021 में अफगान तालिबान द्वारा काबुल की सत्ता पर कब्जा कर लिया गया था. इसके बाद से टीटीपी का हौसला काफी बढ़ गया है. काबुल पर तालिबान के अधिग्रहण के बाद से टीटीपी के कई नेताओं और लड़ाकों को अफगानिस्तान में शरण मिल गई है. पाकिस्तान ने यूं तो पिछले दो दशकों में असंख्य आतंकवादी हमले देखे हैं, लेकिन नवंबर के बाद से इसमें तेजी आई है. खासकर जबसे टीटीपी ने पाकिस्तान सरकार के साथ एक महीने के अफगान तालिबान-संघर्ष विराम को खत्म करने की घोषणा कर दी.
HIGHLIGHTS
- सरकार से संघर्ष विराम खात्मे के बाद आई आतंकी हमलों में तेजी
- उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान में पुलिस वैन और थाने को बनाया निशाना
- टीटीपी के अफगान तालिबान के साथ हैं गहरे नजदीकी संबंध