फ्रांस (France) में कट्टरपंथी इस्लाम का चेहरा फिर से अपने आपको दोहराता नजर आ रहा है. पांच साल पहले फ्रांस के शार्ली एब्दो पत्रिका के मामले की सुनवाई के दौरान इतिहास के एक टीचर का सिर एक कट्टरपंथी ने धड़ से अलग कर दिया. कट्टरपंथी ने इस घटना को टीचर द्वारा पैगंबर (Prophet) का कार्टून बच्चों को दिखाए जाने से नाराज होकर अंजाम दिया. अल्लाह-हो-अकबर के नारे लगाते हुए इस शख्स ने मौके पर पहुंची पुलिस पर भी बंदूक तान दी. इस पर जवाबी कार्रवाई में वह शख्स भी मारा गया.
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अल्लाह-ओ-अकबर के नारे लगा दिया घटना को अंजाम
डेलीमेल की खबर के अनुसार टीचर ने हाल में बच्चों को पैगंबर का कार्टून दिखाया था जिससे यह शख्स नाराज था. वह टीचर के सामने चाकू लेकर पहुंचा और उनका सिर काट दिया. सूचना पाकर जब पुलिस वहां पहुंची तो आरोपी वहीं मौजूद था. पुलिस को हथियार दिखाकर वह मौके से भाग निकला. करीब दो मील दूर पहुंचकर उसने फिर से पुलिस को बंदूक दिखाई और सरेंडर करने से इनकार कर दिया. अखबार ने सूत्र के हवाले से लिखा है कि उसने बंदूक पुलिस के ऊपर तान दी जिसके बाद पुलिस ने उसे गोली मार दी. घटनास्थल से करीब 10 गोलियां चलने की आवाज सुनी गई. घटना की जांच कर रहे अधिकारियों ने आरोपी को संदिग्ध आतंकी करार दिया है.
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शार्ली एब्दो हमले की याद
यह घटना ऐसे वक्त में हुई है जब पेरिस में 2015 में हुए शार्ली एब्दो हमले की सुनवाई चल रही है. वह आतंकी हमला भी पैगंबर मोहम्मद के कार्टून छापने से नाराज होकर किया गया था. यही नहीं, इस साल उस केस की सुनवाई शुरू होने के बाद मैगजीन ने फिर से कार्टून छापे थे जिस पर अल-कायदा ने धमकी दी थी कि 2015 का हमला आखिरी नहीं था. यह घटना फ्रांस की राजधानी के पश्चिमी उपनगर कॉनफ्लैंस सेंट-होनोरिन में एक स्कूल के पास हुई है.