ईरान के एक मंत्री ने रविवार को कहा कि ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी व अन्य अधिकारियों की अमेरिकी हमले में मारे जाने के बाद अमेरिका के साथ जारी तनाव का असर भारत के साथ संबंधों पर नहीं होगा. इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के कल्चर व गाइडेंस उप मंत्री डॉ मोहसिन जावादी ने नई दिल्ली में 'पुस्तक निर्यात बाजार' पर एक सम्मेलन से इतर मीडिया से कहा कि भारत-ईरान के संबंध ईरान के सामने उत्पन्न संकट से स्वतंत्र हैं.
उन्होंने अमेरिका का उल्लेख किए बगैर कहा, "हम हमले की निंदा करते हैं. ईरान लंबे समय से खतरों का सामना कर रहा है. हमारी किसी से कोई निजी दुश्मनी नहीं है, लेकिन अगर कोई हम पर हमला करता है, तो हमें पता है कि कैसे जवाब देना है." भारत-ईरान संबंधों पर उन्होंने कहा कि यह इन सब मुद्दों से ऊपर है. उन्होंने कहा, "हमारे संबंध बहुत गहरे व परिपक्व हैं. इस हमले से हमारे संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा."
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ईरानी हैकर्स ने हैक की अमेरिका की वेबसाइट
खुद को ईरान के हैकर्स बताने वाले एक संगठन ने अमेरिका की एक सरकारी एजेंसी की वेबसाइट हैक कर ली और उस पर वॉशिंगटन द्वारा ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के लिए बदले का संदेश लिख दिया. समाचार पत्र 'द गार्जियन' के अनुसार, अमेरिका की फेडरल डिपोजिटरी लाइब्रेरी प्रोग्राम की वेबसाइट के स्थान पर शनिवार को 'ईरानी हैकर्स' शीर्षक के साथ एक पेज खुलने लगा. इस पेज पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी और ईरानी झंडा दिख रहा था.
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ट्रंप के चेहरे पर मिसाइलें
पेज पर लिखा था, 'सुलेमानी की शहादत..सालों तक उनके अथक प्रयासों का इनाम था.' पेज पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चेहरे पर ईरान से छोड़ी गई एक मुट्ठी से घूंसा पड़ रहा है और मिसाइलें उड़ रही हैं. तस्वीर पर आगे लिखा है, 'उनके जाने और ईश्वर की ताकत के साथ उनका काम और रास्ता बंद नहीं होगा और उनके खून और अन्य शहीदों के खून से अपने गंदे हाथ रंगने वाले उन अपराधियों से बदला लिया जाएगा.'
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आपको बता दें कि शुक्रवार को अमेरिकी सेना ने इराक की राजधानी बगदाद स्थित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमला किया, जिसमें ईरानी इस्लामिक रेवोल्युशन गार्ड कॉर्प्स के अधीनस्थ कोड्स फोर्स के कमांडर कासेम सोलेमानी समेत 8 लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद दुनिया भर के देशों ने अमेरिका और ईरान से संयम बरतने की बात कही है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने अलग अलग तौर पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैय्यप एडरेऑन के साथ फोन पर मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति पर बात की. तीनों नेताओं ने मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति पर चिंता जताई और विभिन्न पक्षों से संयम से काम लेने की अपील की.
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ब्रिटेन के विदेश दूत डोमिनिक राब ने विभिन्न पक्षों से अपील की कि सोलेमानी की मौत के बाद मुठभेड़ की स्थिति को शिथिल बनाएं. उन्होंने कहा कि मुठभेड़ हमारे हित के अनुरूप नहीं है. सीरिया के विदेश मंत्रालय ने वक्तव्य जारी कर इराक और ईरान को संवेदना दी और अमेरिका की निंदा की. वक्तव्य में कहा गया है कि इराक की अस्थिरता का कारण अमेरिका है. इसके साथ-साथ कतर और लेबनान के विदेश मंत्रालय ने भी वक्तव्य जारी कर विभिन्न पक्षों से संयम से काम लेने की अपील की, ताकि मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति न बिगड़े.
Source : News Nation Bureau