बांग्लादेश (Bangladesh) में पुलिस, आरएबी (रैपिड एक्शन बटालियन) और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियां आतंकियों (Terrorists) के निशाने पर हैं और उन पर हमला करने की इनकी कोशिश भी जारी है. एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने इस बात की सूचना दी. ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) के आयुक्त शफीकुल इस्लाम ने आईएएनएस को दिए एक विशेष साक्षात्कार में बताया, 'आतंकी समूह लोगों को ऑनलाइन उकसाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें कानून प्रवर्तन, आरएबी और पुलिस पर हमला करने के लिए बहकाया जा रहा है.'
हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री शेख हसीना के दिशा-निर्देशों व बांग्लादेश में उठाए जाने वाले निरंतर कदमों के चलते पिछले चार सालों में आतंकवाद विरोधी जागरूकता में वृद्धि लाई गई है, जिससे आतंकी हमलों से देश की रक्षा करने में मदद मिली है. कमीश्नर ने कहा, 'शेख हसीना के आह्वान पर एक सामाजिक आंदोलन का गठन किया गया है जिसका प्रसार पूरे देश में हुआ. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जहां कहीं भी आतंकी गतिविधि का संदेह रहता है, आम जनता इस बारे में पुलिस को तुरंत सूचित कर देती है.'
बांग्लादेश के बाहर से आतंकी समूह कुरान और हदीस की व्याख्या करके 'इस्लाम' के नाम पर आतंकवादी हमलों के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं. अपने फॉलोअर्स के लिए उनका संदेश है कि अगर आपको कोई साथी नहीं मिलता है तो इसमें चिंता की कोई बात नहीं है, आप खुद एक हथौड़े से भी हमला कर सकते हैं, अगर आपके पास कोई तलवार है तो उसी से हमला कीजिए. यदि चाकू है, तो उसी का सहारा लें.
हालांकि हम कुछ वेबसाइट्स पर नजर रखकर उन लोगों की गतिविधियों का अनुसरण करते हैं जो बांग्लादेश में उग्रवाद को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. अगर हमें किसी की हरकत पर शक हुआ तो उसे गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई. बहरहाल, शीर्ष पुलिस अधिकारी का यह भी कहना रहा कि इस बारे में अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है कि ये जो लोग देश से बाहर विभिन्न अभियानों व वेबसाइट के सहारे लोगों को भड़काने की कोशिश में लगे हुए हैं, ये बांग्लादेशी हैं या कोई विदेशी नागरिक.
Source : IANS