यूरोपीय संघ के नेताबओं ने 2,100 अरब डॉलर के अभूतपूर्व ईयू बजट और कोरोना वायरस राहत निधि संबंधी एक समझौते पर अंतिम सहमति न बनने के कारण अपने शिखर सम्मेलन की अवधि शनिवार को एक और दिन के लिए बढ़ा दी. इस समझौते पर सहमति बनना अब भी मुश्किल लग रहा है लेकिन कई प्रमुख देशों के नेताओं ने कहा कि बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है. यूरोपीय संघ के 27 नेताओं की दो दिन और एक रात तक चली बातचीत इस मुद्दे पर आकर अटकी हुई है कि इतनी बड़ी धनराशि को कैसे खर्च किया जाए.
ऑस्ट्रेलियाई चांसलर सेबेस्टियन कुर्ज ने कहा, ‘‘बातचीत सही दिशा में चल रही है. यह निश्चित तौर पर मुश्किल वार्ता है, लेकिन हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और यह सबसे महत्वपूर्ण बात है.’’ यह शिखर सम्मेलन शनिवार को खत्म होना था, लेकिन नेताओं के बीच अभी और बातचीत होनी बाकी है क्योंकि वह कई वर्षों के सबसे कठोर संकट का सामना कर रहे हैं.
यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन के मेजबान अधिकारी चार्ल्स माइकल ने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों और इस विवाद में शामिल मुख्य नेताओं से अलग से बात की. यूरोपीय संघ के कार्यकारियों ने 750 अरब यूरो की निधि का प्रस्ताव रखा है जो सबसे अधिक जरूरतमंद देशों को कर्ज और अनुदान के रूप में दी जाएगी.
संकट की गंभीरता के बावजूद कुछ अमीर देशों के बीच गतिरोध है. नीदरलैंड चाहता है कि खर्च पर कड़ा नियंत्रण रखा जाए. वहीं इस महामारी से बुरी तरह प्रभावित स्पेन और इटली ज्यादा से ज्यादा मदद मिलने की उम्मीद रख रहे हैं.
Source : Bhasha