इजरायल और गाजा के बीच कई माह से जारी युद्ध पर विराम लगने की तैयारी चल रही है. राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग का कहना है कि हम गाजा में सीजफायर को तैयार है. वे चाहते हैं हमास की ओर से बनाए गए बंधकों को वापस लाया जाए. अगर ऐसा है तो फिलिस्तीनी क्षेत्र तक अधिक सहायता पहुंच सकेगी. हर्जोग के अनुसार, इस तरह से मानवीय सहायता मिलने में आसानी होगी. हालांकि इसके लिए हमास भी अपनी जिम्मेदारी तय करे. आपको बता दें कि इजरायल और हमास के बीच हाल ही में शांति पहल को लेकर चर्चा हुई थी. इसके तहत कुछ कैदियों की अदला-बदली हुई. मगर युद्धविराम के बाद फिर से भीषण बमबारी देखी गई. इसमें कई निर्दोष लोगों की मौत हो गई.
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अदला-बदली पर बातचीत से इनकार कर दिया है
हमास ने इजरायली युद्ध के दौरान कैदियों की अदला-बदली पर बातचीत से इनकार कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह युद्ध को खत्म करने के लिए तैयार है. बेसम नईम ने कहा, “हम जारी इजरायली नरसंहार युद्ध के तहत कैदियों की अदला-बदली पर बातचीत को खारिज करते हैं. हालांकि, हम किसी भी पहल को तैयार हैं, जो हमारे लोगों पर आक्रामकता को समाप्त करने में योगदान देता है.
इजरायल-हमास युद्धविराम को लेकर अमेरिका का क्या कहना है
इस मामले में पेंटागन के प्रमुख लॉयड ऑस्टिन ने अमेरिकी समर्थन का वादा करते हुए कहा कि हम इजरायल को वह सबकुछ (तकनीक, उपकरण, हथियार) देना जारी रखने वाले हैं जो देश की रक्षा के लिए आवश्यक है. इसमें अहम युद्ध सामग्री, सामरिक वाहन और वायु रक्षा प्रणालियां शामिल हैं. यह तब हुआ है जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक और युद्धविराम की मांग पर संभावित मतदान से पहले इजरायल ने गाजा पर और अधिक घातक हमले किए.
तीसरे माह में अपनी बमबारी और जमीनी लड़ाई जारी रखी
इजरायल ने अब तक के सबसे खूनी गाजा युद्ध के तीसरे माह में अपनी बमबारी और जमीनी लड़ाई जारी रखी. हमास ने 7 अक्टूबर को हमला शुरू किया. इसमें इजरायल में लगभग 1,140 लोग की मौत हो गई. इनमें अधिकतर नागरिक थे और लगभग 250 लोगों का अपहरण हुआ. इजरायल की जवाबी कार्रवाई में 19,667 से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
Source : News Nation Bureau