कनाडा सरकार के फैसले का विरोध करने के लिए 'स्वतंत्रता काफिले' का हिस्सा बनकर शनिवार तक 600 ट्रक ड्राइवरों के ओटावा पहुंचने की उम्मीद है. दरअसल कनाडा सरकार के अनुसार अब ट्रक ड्राइवरों सहित सभी सीमा पार आवश्यक श्रमिकों को बंदरगाह में प्रवेश के लिए टीकाकरण का प्रमाण दिखाना होगा. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रक चालक पिछले एक सप्ताह से कनाडा में एक ऐसे समूह में शामिल हो रहे हैं, जिन्हें लगता है कि किसी भी सरकारी हस्तक्षेप से उनकी आवाजाही या पसंद की स्वतंत्रता को खतरा है.
कुछ लोगों ने वैक्सीन जनादेश की तुलना होलोकॉस्ट और हिंसा की धमकी से की है. वहीं प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद से 5 दिनों के लिए आइसोलेशन में हैं. बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में, ट्रूडो ने कहा कि कनाडा में लगभग 90 प्रतिशत ट्रक ड्राइवरों को कोरोना के खिलाफ टीका लगाया गया है. शनिवार को ओटावा में पार्लियामेंट हिल पर 10,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों के इकट्ठा होने की उम्मीद है, जहां हाउस ऑफ कॉमन्स के सुरक्षा प्रमुख ने संसद सदस्यों (सांसदों) को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है.
एक विशेष बैठक में कार्यवाहक उप पुलिस प्रमुख ट्रिश फग्र्यूसन ने कहा, 'ओटावा पुलिस संभावित जोखिमों की एक सीरीज के लिए योजना बना रही है, जिसमें प्रदर्शनकारियों द्वारा चौराहों को अवरुद्ध करना, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे में हस्तक्षेप करना और गैरकानूनी और हिंसक गतिविधि शामिल हैं.'
HIGHLIGHTS
- टीकाकरण प्रमाणपत्र जरूरी बनाने का विरोध
- ओटोवा पहुंच विशाल धरना-प्रदर्शन की योजना