दिल्ली पुलिस साइबर सेल ने किसानों के विरोध से संबंधित 'टूलकिट' (Toolkit Case) शेयर करने के आरोप में 21 वर्षीय जलवायु एक्टिविस्ट दिशा रवि (Climate activist Disha Ravi) को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है. दिशा 'फ्राइडे फॉर फ्यूचर' कैम्पेन के संस्थापकों में से एक है और उन्होंने कथित रूप से टूलकिट को संपादित किया और इसे सोशल मीडिया पर फॉरवर्ड किया. उसे शनिवार को बेंगलुरु के सोलादेवनहल्ली इलाके में उसके घर से पकड़ा गया. दिशा की गिरफ्तारी का जहां भारत में विरोध जताया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ इस मामले में पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) भी कूद पड़ा है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ ने इस मामले में भारत सरकार पर हमला बोला है. पार्टी ने ट्विट करते हुए लिखा, 'मोदी और आरएसएस के नेतृत्व में भारत में उन सभी आवाजों को शांत किया जा रहा है, जो सरकार के खिलाफ हैं.'
इमरान की पार्टी ने आगे लिखा, 'विरोधियों को उसी तर्ज पर शांत किया जा रहा है, जैसा जम्मू-कश्मीर में किया गया था. क्रिकेटर्स और फिल्म स्टार्स का इस्तेमाल कर नैरेटिव तैयार करना शर्मनाक है. लेकिन अब उन्होंने ट्विटर टूलकिट केस में दिशा रवि को भी अरेस्ट कर लिया है.' इसके साथ ही तहरीक-ए-इंसाफ ने #IndiaHijackTwitter का भी इस्तेमाल किया है.
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वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि "भारत चुप नहीं रहेगा". हिंदी के एक दोहे का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि "भारत चुप नहीं रहेगा". गौरतलब है कि कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी रविवार को बेंगलुरू की 21-वर्षीय कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. उन पर किसानों के विरोध से संबंधित 'टूलकिट' को साझा करने का आरोप है.
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने 4 फरवरी को 'टूलकिट' बनाने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124-ए, 120-ए और 153-ए के तहत राजद्रोह, आपराधिक षड्यंत्र और घृणा को बढ़ावा देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी. इस टूलकिट को बाद में वैश्विक जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग द्वारा साझा किया गया था.
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पुलिस ने दिशा रवि को दस्तावेज के निर्माण और प्रसार में एक महत्वपूर्ण साजिशकर्ता बताया है और कहा है कि उसने एक व्हाट्सएप ग्रुप शुरू किया था और दस्तावेज का मसौदा तैयार करने के लिए सहयोग किया था.
पुलिस के अनुसार, किसानों के विरोध के दौरान की घटनाएं और 26 जनवरी को लालकिले के पास हिंसा - ये सारी घटनाएं ठीक उसी तरह से हुईं जैसे कि कथित तौर पर 'टूलकिट' में विस्तृत 'एक्शन प्लान' का जिक्र था.
Source : News Nation Bureau