भारत में वांछित एक शीर्ष खालिस्तान समर्थक आतंकी की वाघा बॉर्डर के पास एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सूत्र ने कहा कि खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) से जुड़े हरमीत सिंह उर्फ ‘हैप्पी पीएचडी’ की सोमवार को लाहौर के बाहरी इलाके में डेरा चहल गुरुद्वारे के निकट हत्या कर दी गई.
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अमृतसर का रहने वाला सिंह कथित तौर पर पंजाब में 2016-17 में आरएसएस नेताओं की हत्या में शामिल था और वह खालिस्तान से संबंधित उन आठ आतंकवादियों में शामिल था जिनके खिलाफ इंटरपोल ने पिछले साल ‘रेड नोटिस’ जारी किये थे. सूत्र ने पीटीआई को बताया कि सिंह की हत्या के सिलसिले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
उसने बताया, “हमसे मामले की तफ्तीश नहीं करने को कहा गया है. इसलिये हरमीत सिंह की हत्या के सिलसिले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.” कानूनी एजेंसियों ने बुर्की में गुरुद्वारे के पास इलाके की घेराबंदी कर दी और पत्रकारों समेत किसी को भी वहां जाने की इजाजत नहीं है.
सूत्र ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिये लाहौर के किसी भी मुर्दाघर नहीं ले जाया गया है. पुलिस के एक प्रवक्ता से जब हत्या के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बारे में अनभिज्ञता जाहिर की. उन्होंने कहा, “हमें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है.”
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मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए संभवत: पाकिस्तानी मीडिया में भी सिंह की हत्या से जुड़ी कोई खबर नहीं आई है. ऐसी खबरें हैं कि स्थानीय गिरोह ने मादक पदार्थ की तस्करी से जुड़े वित्तीय लेनदेन के सिलसिले में सिंह की हत्या की.
Source : Bhasha