अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकियों समेत सभी डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों का शुक्रिया अदा किया है जिन्होंने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से लड़ने में नि:स्वार्थ भाव से विशेष प्रयास किया. व्हाइट हाउस की सहायक प्रेस सचिव कैरोलिन लीविट ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में 1,00,000 से अधिक भारतीय-अमेरिकी डॉक्टरों ने योगदान दिया और राष्ट्रपति ने उनके अथक, जीवन रक्षक काम के लिए उनका आभार जताया है.
यह पहली बार है कि जब व्हाइट हाउस ने भारतीय-अमेरिकी डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के नि:स्वार्थ योगदान को पहचाना है. लीविट ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप उन सभी डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के आभारी हैं जिन्होंने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से अग्रिम मोर्चे पर लड़ने के लिए नि:स्वार्थ भाव से विशेष प्रयास किया.’’
यह भी पढ़ें- जब मनोज बाजपेयी करने वाले थे सुसाइड, बोले- वड़ा पाव भी लगता था महंगा...
अमेरिका के जॉन्स हॉप्किन्स कोरोना वायरस रिसोर्स सेंटर के अनुसार, इस वैश्विक महामारी ने दुनियाभर में एक करोड़ से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले लिया और इससे 5,16,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. अमेरिका इस बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित है. वहां संक्रमितों की संख्या 26 लाख से अधिक है और 1,28,000 से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं.
प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकी डॉक्टरों ने उनकी कोशिशों को महत्व देने के लिए ट्रंप के प्रति आभार व्यक्त किया है. अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फीजीशियंस ऑफ इंडिया-ओरिजिन (एएपीआई) के न्यूयॉर्क चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. राज भयानी ने कहा, ‘‘हम अपने जीवन के सबसे अभूतपूर्व संकटों में से एक से गुजर रहे हैं. राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व ने देश का आर्थिक नुकसान कम करने में मदद की है.’’
यह भी पढ़ें- सीमा पर तनातनी के बीच भारत ने चीन के खिलाफ कर डाली 'स्ट्राइक'
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए एएपीआई सम्मेलन में हाल ही में अपने पहले संबोधन में कहा कि उन्हें कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारतीय मूल के डॉक्टरों के योगदान और उपलब्धियों पर गर्व है.
Source : News Nation Bureau