तुर्की में भारतीय समय अनुसार शुक्रवार को देर रात एक खदान में हुए भयंकर धमाके में 22 लोगों की मौत हो गई. वहीं करीब 50 लोग अब भी फंसे हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खदान में मिथेन गैस का रिसाव हो रहा था. इस वजह से यह बड़ा हादसा हुआ. यह घटना काला सागर तट के नजदीक हुई है. यहां पर एक खदान में काम चल रहा था. अचानक हुए धमाके ने यहां पर अफरा-तफरी मचा दी. खदान में फंसे मजदूरों को निकालने का प्रयास हो रहा है. हालांकि तुर्की के आंतरिक मंत्री सोलेमान सोयलू ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर हालात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि करीब 110 मजदूर यहां पर काम कर रहे थे. इनमें 50 मजदूर अब भी फंसे हुए हैं. वहीं 22 मजदूरों की जान चली गई है.
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यहां के स्वास्थ्य मंत्री फहार्टिन कोका ने इस हादसे को तुर्की का सबसे घातक औद्यौगिक दुर्घटनाओं में से एक बताया है. यहां से निकाले गए आठ लोगों को इलाज के लिए भर्ती किया गया है. ऐसा बताया जा रहा है कि करीब 50 मजदूर जमीन से करीब 350 मीटर नीचे अलग-अलग क्षेत्रों में फंस गए हैं. यह धमाका बार्टिन प्रांत के अमसारा शहर में एक खदान में हुआ. विस्फोट के कारणों का पता लगाया जा रहा है. तुर्की के आपदा प्रबंधन के अनुसार, कई टीमों को राहतकार्य में लगाया गया है.
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने सभी कार्यक्रमों को रद्द करते हुए दुर्घटनास्थल पर जाने का निर्णय लिया है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि खदान में फंसे मजदूरों को जल्द निकाल लिया जाएगा. एर्दोगन का कहना है कि बचाव के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह धमाका देर शाम को हुआ. ऐसे में अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में दिक्कत का सामना करना पड़ा है.
HIGHLIGHTS
- करीब 110 मजदूर यहां पर काम कर रहे थे
- 50 मजदूर जमीन से करीब 350 मीटर नीचे फंस गए
- तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया
Source : News Nation Bureau