ब्रिटेन में 4 जुलाई को चुनाव होने वाले हैं. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जनता से अपील की है. उन्होंने देशवासियों से कहा है कि वे लोग ऐसा कुछ न करें, जिससे उन्हें पछतावा हो. बता दें, चुनाव से पहले आए सभी सर्वों में सुनक और उनकी कंजर्वेटिव पार्टी पिछड़ रही है तो वहीं विपक्षी सर कीर स्टार्मर और लेबर पार्टी को बहुमत मिलता दिख रहा है. पोस्ट के जरिए सुनक संदेश दे रहे हैं कि लेबर पार्टी की सरकार सभी के लिए टैक्स बढ़ाएगी.
एक साक्षात्कार में सुनक ने कहा कि अगर सर्वों पर विश्वास करें तो लेबर पार्टी को बहुमत मिल रहा है. इससे वे सभी पर कर लगाने के लिए आजाद हो जाएंगे. उनका कहना है कि मैं चाहता हूं कि मैं इस पर पद पर रहूं, जिससे मैं लोगों के करों की कटौती कर सकूं और उनकी पेंशन की रक्षा कर पाऊं. मैं अपनी सीमाओं को सुरक्षित करना चाहता हूं. मैं इस वजह से हर वोट के लिए मेहनत कर रहा हूं. वहीं, विपक्षी नेता स्टार्मर का कहना है कि हम सत्ता में आएंगे तो हमें मेहनत करनी होगी. सब कुछ खराब है. 14 साल पहले की तुलना में अभी कुछ भी सही नहीं है. हमें मजबूत जनादेश की जरूरत है.
भारतीय मूल के वोटर भी सुनक का साथ नहीं दे रहे
एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, कंजर्वेटिव पार्टी को आम चुनावों में भारतीय वोटरों का भी साथ नहीं मिल रहा है. करीब 65 प्रतिशत भारतीय मूल के वोटर कंजर्वेटिव के खिलाफ खड़े हैं. इस बार करीब 25 लाख भारतीय मूल के वोटर वोट देंगे. सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के लिए भारतीय मूल के वोटरों में गुस्सा है. विपक्षी लेबर पार्टी को इस बार भारतीय मूल के लोगों का समर्थन मिल रहा है.
15 सीटों पर भारतीय मूल का सदस्य ही जीत रहा चुनाव
ब्रिटेन की संसद में 650 सीटें हैं. इनमें से 50 सीटों पर भारती मूल के वोटर ही हार-जीत तय करते हैं. 50 में से 15 सीटें तो ऐसी हैं, जहां भारतीय मूल का उम्मीदवार ही दो चुनावों से जीत दर्ज करता आ रहा है. 15 में से 12 सीटें अभी कंजर्वेटिव के पास ही है. ब्रिटिश मीडिया की मानें तो भारतीयों का कहना है कि अपने 1.5 साल के कार्यकाल में सुनक ने भारतीयों के लिए कुछ खास काम नहीं किया है. उनका कहना है कि सुनक सरकार में वीजा नियमों को और अधिक सख्त कर दिए गए हैं. पार्टी के रणनीतिकारों को लग रहा था कि सुनक के कारण भारतीय वोटर कंजर्वेटिव को वोट देंगे. हालांकि, ऐसा लग रहा है कि उनकी रणनीति गलत हो सकती है.
Source : News Nation Bureau