UK Election Result: यूनाइटेड किंगडम या यूं कहें ब्रिटेन में एक बार सत्ता के लिए चुनाव हुआ और इस चुनाव में दो दिग्गज दल आमने सामने थे. एक तरफ कीर स्टार्मर के नेतृत्व में लेबर पार्टी तो दूसरी तरफ भारतीय मूल के ऋषि सुनक की अगुवाई में कंजर्वेटिव पार्टी भी चुनावी मैदान में थी. इस चुनाव के नतीजे आ रहे हैं. अब तक आए रिजल्ट में लेबर पार्टी बंपर वोटों से जीत दर्ज कर चुकी है जबकि कंजर्वेटिव पार्टी को इस चुनाव में करारी शिकस्त मिली है. लेबर पार्टी ने इस चुनाव में 326 का जादुई आंकड़ा जिसे बहुमत का आंकड़ा कहा जाता है वो हासिल कर लिया है. इसके साथ ही लेबर पार्टी ने ब्रिटेन में 14 साल बाद सत्ता में वापसी की है. इस जीत के लिए कीर स्टार्मर की बड़ी भूमिका बताई जा रही है. कीर स्टार्मर की सोच और उनके बयानों ने पार्टी को एक विशाल जीत दिलाने में बड़ा योगदान दिया है.
खास बात यह है कि कीर स्टार्मर की सोच काफी हद तक भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलती है. उनके बयानों से लेकर पार्टी की रणनीति जो इस चुनाव में दिखी उसमें पीएम मोदी की सोच की झलक है. यही वजह है कि उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार ब्रिटेन और भारत की दोस्ती नई ऊर्जा और रिश्तों में नए रंग ला सकती है.
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पीएम मोदी और कीर स्टार्मर में क्या हैं समानता
एक नारा, एक सोच
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औऱ ब्रिटेन के होने वाले पीएम कीर स्टार्मर के बीच सबसे बड़ी समानत जो दिखी वो थी सोच. जिस तरह सत्ता में आने के बाद से ही लगातार पीएम मोदी राष्ट्र प्रथम और पार्टी बाद में की बात कहते आ रहे हैं, ठीक उसी तरह लेबर पार्टी के प्रत्याशी कीर स्टार्मर ने भी अपनी इसी सोच और नारे के साथ इस बार चुनाव मैदान संभाला. उन्होंने हर रैली और संबोधन के दौरान नेशन फर्स्ट, पार्टी सेकेंड का नारा लोगों को दिया. इसी तरह पीएम मोदी ने इसी सिद्धांत पर काम किया है. उन्होंने नेशन फर्स्ट को ही तरजीह दी और इसी तरह कीर स्टार्मर ने भी अपनी इसी रणनीति के तहत चुनाव लड़ा और अब नतीजा सबके सामने है.
फलिस्तीनी का सपोर्ट
पीएम मोदी और स्टार्मर की सोच या फिर विदेश नीति की बात करें तो यहां पर भी दोनों में समानत देखने को मिल रही है. इजरायल और हमास युद्ध के बीच लगातार पीएम मोदी ने अपनी रुख में अलग फलिस्तीन या फलिस्तीन को मान्यता देने की बात कही है. जबकि कीर स्टार्मर के इंटरव्यू आदि में भी ऐसी ही सोच सामने आई है. उन्होंने फलिस्तीन को मान्यता दिए जाने की वकालत की है.
अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना
किसी देश के विकास में उसकी अर्थव्यवस्था का सबसे अहम रोल होता है. यही वजह है कि कोई भी पार्टी सत्ता में आती है तो देश की अर्थव्यस्था को दुरुस्त करने में पूरी जान लगा देती है. पीएम मोदी ने भी अपने कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के साथ-साथ दुनिया की पांचव बड़ी इकोनॉमी तक पहुंचाने का दावा किया. इसी तरह अब कीर स्टार्मर भी ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का दावा करते रहे हैं.
उन्होंने अपने भाषणों में साफ तौर पर कहा है कि लेबर पार्टी के सत्ता में आने पर ब्रिटेन की इकोनॉमी को एक बार फिर दुनिया के नक्शे में टॉप पर देखा जा सकेगा. बता दें कि ब्रिटेन में बीते कुछ वर्षों में अर्थव्यवस्था लगातार बिगड़ी है कई लोगों की नौकरियां गईं और इसके साथ ही व्यापार पर भी सीधा असर पड़ा. रूस और यूक्रेन के युद्ध से भी यूरोप की अर्थव्यवस्था पर असर दिखा और इसमें ब्रिटेन ने भी खासा नुकसान झेला है.
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बेहतर होंगे दोनों के बीच रिश्ते
जिस तरह पीएम मोदी और ब्रिटेन में लेबर पार्टी के प्रत्याशी कीर स्टार्मर की सोच में महत्वपूर्ण समानताएं देखने को मिली हैं. वह दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों की ओर भी इशारा करती हैं. ऐसे में कीर स्टार्मर के आने से उम्मीद जताई जा रही है कि भारत के लिए भी ये अच्छा संकेत हो सकता है.
Source : News Nation Bureau