यूक्रेन में महा अभियोजक कार्यालय की ओर से कहा गया कि रूस के हमले शुरू होने के बाद से अब तक देश में 112 बच्चों की मौत हो चुकी है. कार्यालय ने कहा कि 24 फरवरी से अब तक 140 बच्चे घायल हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र की बच्चों के लिए काम करने वाली एजेंसी के अनुसार, अब तक 15 लाख से अधिक बच्चे यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं. ज्यादातर परिवारों ने पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया, मोल्डोवा और रोमानिया में शरण ली है. अमेरिकी अखबार न्यूयार्क टाइम्स की खबर के अनुसार यूक्रेन के मायकोलाइव पर रॉकेट अटैक में 40 यूक्रेनी सिपाहियों की भी मौत हो गई है. वहीं यूक्रेन के जोपोरिया में रूस के हमलों के कारण कर्फ्यू का ऐलान किया गया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के अनुसार रूस की सेनाएं “मानवीय आपदा” उत्पन्न करने के लिए यूक्रेन के बड़े शहरों तक आपूर्ति रोक रही हैं. इस तरह से लोग उनके साथ सहयोग करने को मजबूर हो जाएंगे. जेलेंस्की ने कहा कि रूस की सेनाएं देश के मध्य और दक्षिण पूर्वी हिस्से में घेराबंदी किए हुए शहरों तक होने वाली आपूर्ति को रोक रही हैं. उन्होंने कहा कि एक दिन पहले नौ हजार से अधिक लोगों ने मारियुपोल छोड़ दिया और अब तक मानवीय गलियारों से 1 लाख 80 हजार लोग सुरक्षित बाहर निकल चुके हैं.
जेलेंस्की के अनुसार रूस मध्य और दक्षिण पूर्वी यूक्रेन के शहरों तक आपूर्ति को रोक रहा है. मैक्सर टेक्नोलॉजीज से शुक्रवार को प्राप्त उपग्रह चित्रों में मारियुपोल छोड़कर जाने वाली कारों की लंबी कतारें दिखाई दीं. जेलेंस्की ने कहा कि एक दिन पहले नौ हजार से अधिक लोग शहर छोड़कर चले गए.
HIGHLIGHTS
- यूक्रेन के मायकोलाइव पर रॉकेट अटैक में 40 यूक्रेनी सिपाहियों की भी मौत हो गई है
- जेलेंस्की के अनुसार रूस की सेनाएं “मानवीय आपदा” उत्पन्न करने के लिए आपूर्ति रोक रही हैं