Ukraine Attack: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले काफी लंबे समय से युद्ध जारी है. इस बीच, रविवार को यूक्रेन ने एक बार फिर रूस पर हमला कर दिया. हमला रूस द्वारा कब्जा किए गए क्रीमिया के सेवस्तोपोल किया गया. यूक्रेनी हमले में दो लोगों की मौत हो गई. मृतकों में दो साल का एक बच्चा भी है. हमले केे कारण 22 लोग घायल हो गए. मॉस्को द्वारा नियुक्त सेवस्तोपोल के गवर्नर मिखाइल रज्वोझायेव ने बताया कि यूक्रेन ने पांच मिसाइलें लॉन्च की थीं. रूसी वायु रक्षा प्रणाली ने समुद्र के ऊपर ही उन्हें रोक दिया. हालांकि, उसके टुकड़े तटीय इलाकों में गिर गए. मिसाइलों के क्षतिग्रस्त टुकड़ों से लोग घायल हो गए. मिसाइल के टुकड़े तटीय क्षेत्रों से टकराए, जिस वजह से एक घर और जंगल में आग से धधक उठे.
यूक्रेन का दूसरा हमला
सेवस्तोपोल के अलावा, यूक्रेन ने रूस के दक्षिणी बेलगोरोड क्षेत्र में भी एक ड्रोन हमला लॉन्च किया. हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई. बेलगोरोड गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लैडकोव ने बताया कि यूक्रेनी सीमा से थोड़ी दूर ग्रेवोरोन शहर में तीन यूक्रेनी ड्रोन ने अटैक किया. हमले में एक नागरिक की मौत और तीन लोग घायल हो गए.
एक दिन पहले ही रूस ने किया था हमला
एक दिन पहले, यूक्रेन के प्रमुख शहर खार्किव में रूस ने हमला किया था. हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी. वहीं करीब 30 लोग घायल हो गए थे. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बताया कि रूस ने एक बार फिर खार्किव पर हमला कर दिया. हमले में तीन लोगों की मौत हो गई. टेलीग्राम पर जेलेंस्की ने कहा कि रूस के आतंक और हमलों को रोका जाना चाहिए. हम अपने साझेदारों से आतंक के खिलाफ मजबूत निर्णय लेने का आग्रह करते हैं, जिससे हम रूसी लड़ाकू विमानों को नष्ट कर सके.
रूस-यूक्रेन युद्ध कैसे शुरू हुआ था?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 23 फरवरी 2022 की रात को यूक्रेन के खिलाफ जंग का एलान किया था. 24 फरवरी की तड़के यूक्रेन की राजधानी कीव और आसपास के शहरों में हवाई हमले होने लगे. रूस के हमलों से दुनिया में हड़कंप मच गया. इसके बाद यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई की. युद्ध के कारण दुनिया दो धड़ों में बंट गई. यूक्रेन के लिए नाटो देश साथ आ गए. अमेरिका, ब्रिटेन, पोलैंड, फ्रांस सहित कई देश अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन को मदद देने लगे. वहीं, रूस की ओर से चीन, दक्षिण कोरिया, ईरान जैसे देश अप्रत्यक्ष रूप से साथ आ गए. हालांकि, भारत ने किसी का पक्ष नहीं लिया. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत का पक्ष रखते हुए कहा कि भारत सार्वजनिक रूप से युद्ध की समाप्ति के लिए प्रतिबद्ध है.
Source : News Nation Bureau