रंगों के बीच खिलखिलाते ये चेहरे भारतीय और दुनियाभर के उन स्टूडेंट्स के हैं, जो यूक्रेन में इस हर्ष-उल्लास से होली का त्यौहार (Holi festival) मनाते थे. यूक्रेन में होली बड़ी धूमधाम से मनती आई है. यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय स्टूडेंट्स मेडिकल की एजुकेशन लेने जाते रहे हैं. लेकिन इस बार यूक्रेन में खून की होली खेली जा रही है. रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) का 18 मार्च को 23वां दिन है. इन 23 दिनों में यूक्रेन का हर बड़ा शहर बर्बाद हो चुका है. 'ऑपरेशन गंगा' के तहत 20000 से अधिक भारतीय छात्र और अन्य नागरिक भारत लौट आए हैं.
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यूक्रेन में होली की ये तस्वीरें यूक्रेनियन इंटरनेशनल शिक्षा परिषद (The Ukrainian International Education Council) के वेबसाइट पर शेयर की गई हैं. बता दें कि यह काउंसिल वहां एक रिसोर्स और परामर्श केंद्र के रूप में कार्य करती है, जो व्यक्तियों और विभिन्न संगठनों को सूचनात्मक और सलाह देने वाली सहायता प्रदान करती है. हालांकि इस समय सबकुछ ठप पड़ा हुआ है.
यूक्रेन में होली की ये तस्वीरें 2021 की हैं. यह आयोजन यूक्रेन के पूर्व में स्थित शहर खार्किव (Kharkiv) में आयोजित किया गया था. यूक्रेनियन इंटरनेशनल शिक्षा परिषद ने ये फोटो शेयर करते हुए लिखा था कि इस तरह के आयोजन हमारे देश के विभिन्न शहरों में आयोजित किए जाते हैं और अन्य देशों की संस्कृतियों में यूक्रेनियन की रुचि के साथ-साथ उनकी मेहमाननवाजी और सहिष्णुता को भी दर्शाते हैं.
यूक्रेन में होली को लेकर एक अलग तरह का उत्साह देखने को मिलता था. दरअसल, होली को लेकर यूक्रेनियन भी उत्साहित रहते हैं. यूक्रेनियन इंटरनेशनल शिक्षा परिषद ने ये फोटो शेयर करते हुए लिखा था कि यूक्रेनियन दुनिया भर की सभी राष्ट्रीयताओं की संस्कृतियों में सक्रिय रुचि लेते हैं. वे विभिन्न देशों के मेहमानों से मिलकर खुश होते हैं और सभी लोगों की एकता और एकता का जश्न मनाते हैं, और इस तरह से अपनी संस्कृति को समृद्ध करते हैं.
अगर युद्ध से पहले की बात करें, तो यूक्रेन और रूस भारतीय छात्रों की बड़ी पसंद रहा है. एमबीबीएस और बीडीएस की पढ़ाई करने वाले करीब 6 हजार मेडिकल छात्र हर वर्ष यूक्रेन जाते हैं. यहां की पढ़ाई सस्ती है. वहीं, माहौल भी खुशनुमा रहा है. इंटरनेशनल आर्गेनाइजेशन फार माइग्रेशन (आइओएम) के मुताबिक 24 फरवरी को रूसी हमला शुरू होने के बाद से यूक्रेन से अब तक 30 लाख से ज्यादा लोगों का पलायन हो चुका है. इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. अधिकांश यूक्रेनी पड़ोसी देशों हंगरी, रोमानिया, स्लोकवाकिया और पोलैंड में शरण पा रहे हैं. सबसे अधिक पोलैंड में पहुंचे हैं. इस भयावह स्थिति के चलते यूक्रेन में इस बार ऐसी तस्वीरें नजर नहीं आएंगी.
वर्ष, 2020 के हिसाब से यूक्रेन की आबादी 4.41 करोड़ है. यहां इस साल 20 हजार से अधिक भारतीय छात्र और नागरिक वहां रहते थे. इनमें ज्यादातर छात्र थे. ये सारे युद्ध के चलते वापस आ गए हैं. इसलिए इस बार यूक्रेन में ऐसी तस्वीरें नहीं दिखेंगी. यूक्रेन में भारतीय छात्र बड़ी धूमधाम से होली मनाते रहे हैं. यूक्रेनियन और दूसरे देशों के स्टूडेंट्स भी होली पर आयोजित उत्सवों में शामिल होते रहे हैं. इस बार सब फीका है.