Ukraine-Russia Crisis: यूक्रेन में रूसी हमले का आज 13वां दिन है. यूक्रेन के शहरों में रूसी सेना की बमबारी जारी है. रूसी सेना इस समय यूक्रेन की राजधानी कीव के सेंटर पॉइंट तक घुसने की जुगत में है. इस लड़ाई में सिविलियंस भी काफी संख्या में मारे जा रहे हैं. हालांकि रूस ने इस बात से साफ इनकार किया है. लेकिन यूक्रेन का दावा है कि लड़ाई में रूस औरतों और बच्चों को भी निशाना बना रहा है. वहीं, यूक्रेन के एक अन्य शहर सुमी में फंसे भारतीयों को निकालने का सिलसिला शुरू हो गया है. जानकारी के अनुसार सुमी में अभी लगभग 700 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. अब जिनको भारतीय दूतावास और रेड क्रॉस की मदद से निकालने का काम शुरू हुआ है.
ताजा जानकारी के अनुसार रूस की ओर से आज यानी मंगलवार को ही सीजफायर का ऐलान किया और मानवीय गलियारा यानी (Humanitarian Corridor) बनाने पर सहमति दी. इसके अलावा सुमी से यूक्रेन के Poltava और रूस के Belgorod के लिए रास्ते बनाने पर भी बात हुई थी. दरअसल, सुमी में फंसे भारतीयों को पहले यूक्रेन से सटे रूसी इलाके Poltava और Belgorod पहुंचाया जाएगा. जिसके बाद उनको हवाई, रेल व सड़क मार्ग से सुविधाजनक स्थानों पर भेजा जाएगा. जहां से भारतीय विमान अपने नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश ला सकेंगी.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल यानी सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बात की थी. पीएम मोदी ने उनसे सुमी में फंसे भारतीय छात्रों का जिक्र करते हुए उनको सुरक्षित निकालने की मदद मांगी थी. अब यूक्रेन ने भी रूस के उस प्रस्ताव का समर्थन किया है, जिसमें मानवीय गलियारे खोलने का जिक्र हुआ है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि खारकीव और पीशोचिन से सभी भारतीयों को निकाल दिया गया है। सुमी में कल रात करीब 700 बच्चे थे, लेकिन वे भी बसों के जरिए अब वहां से निकलकर पोलटोवा जा रहे हैं। बचे हुए सभी बच्चों को सुरक्षित देश में वापस लाया जाएगा.
Source : News Nation Bureau