पूर्वी यूक्रेन में एक अलगाववादी नेता ने आक्रमण के बढ़ते डर के बीच पूर्ण सैन्य लामबंदी का आदेश दिया है. यूक्रेन की सेना ने कहा कि दोनेत्स्क क्षेत्र की सरकार के कब्जे वाले हिस्से में शनिवार तड़के गोलाबारी में उनके एक सैनिक की मौत हो गई. अलगाववादी और यूक्रेन के सैनिक तकरीबन आठ वर्षों से लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों पक्षों को अलग करने वाली सीमा पर हिंसा हाल के दिनों में बढ़ गयी है. इधर अमेरिका समेत कई अन्य पश्चिमी देशों ने आशंका जताई है कि रूस यूक्रेन पर हमला कर सकता है.
दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस समर्थित अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने एक बयान जारी कर पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा कर और रिजर्व बल के सदस्यों से सैन्य भर्ती कार्यालय में आने का अनुरोध किया है. हाल के दिनों में क्षेत्र में यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित विद्रोहियों के बीच हिंसा बढ़ने के बाद यह कदम उठाया गया है. इस हिंसा को लेकर पश्चिम देशों ने आशंका जतायी है कि मॉस्को इसकी आड़ में हमला कर सकता है.
दोनेत्स्क और लुहांस्क में अलगाववादी प्राधिकारियों ने शुक्रवार को महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों को पड़ोसी रूस भेजने की घोषणा की थी. इन प्रयासों के तुरंत बाद विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में कई विस्फोट हुए थे. पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी संघर्ष 2014 में शुरू हुआ और इसमें 14,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. शनिवार को भी दोनेत्स्क में एक कार में बम विस्फोट और एक मानवीय राहत सामग्री ले जा रहे काफिले पर बमबारी भी की गई. ऐसा अनुमान है कि रूस ने यूक्रेन के साथ लगती सीमा पर 1,50,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है.
HIGHLIGHTS
- यूक्रेन सेना ने माना कि एक जवान हुआ शहीद
- दोनेत्स्क में रूस समर्थित धड़े की लामबंदी
- पश्चिमी देशों को रूस के हमले की आशंका