पुतिन ने यूक्रेन के दो बड़े इलाकों पर कब्ज़ा कर दिया है। जनमत संग्रह से पुतिन दो इलाकों को शामिल कर चूका है दो अन्य और इलाकों को शामिल करेगा। अभी तक की मिली जानकारी के अनुसार इस संधि के साथ ही यूक्रेन के 15 % हिस्से पर कब्ज़ा हो चुका है। इन इलाकों में कब्ज़े के बाद मास्को में बहुत बड़ा भव्य आयोजन किया गया। हालांकि पश्चिमी देखों और यूक्रेन के इसे अवैध बताया है। रुसी मीडिया के अनुसार आधिकारिक तौर पर फिलहाल रूस ने खेरसोन और जापोरिज्जिया को ही शामिल किया गया है. इनके अलावा लुहान्स्क और दोनेत्स्क को भी शामिल किया जाना है.
अब खतरनाक मोड़ पर पहुँच सकता है युद्ध
रूस के नियंत्रण वाले दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन के चार हिस्सों को शुक्रवार को औपचारिक रूप से रूस में शामिल किए जाने की घोषणा के बाद क्षेत्र में सात महीने से जारी युद्ध एक नये खतरनाक मोड़ पर पहुंचने की आशंका है.रूस के द्वारा यह जनमत संग्रह बीते मंगलवार को करवाया गया था जिसमे मास्को ने दावा कि निवासियों ने अपने क्षेत्रों के औपचारिक रूप से रूस का हिस्सा बनने के लिए भारी समर्थन किया था, लेकिन पश्चिमी देश और यूक्रेन ने दावा लिया है की लोगो को डरा धमका कर और बंदूक की नोक पर मतदान करवाया गया है।
यूक्रेन ने जनमत संग्रह को किया खारिज
यूक्रेन ने इस जनमत संग्रह को अवैध बताते हुए खारिज किया। जनमत संग्रह यूक्रेन के चार क्षेत्रों खेरसोन, जापोरिज्जिया, लुहान्स्क और दोनेत्स्क में हुआ था। यूक्रेन के अनुसार इसी बीच इन इलाकों में रूस की तरफ से हमला भी किया गया था जिसमे एक बच्चे सहित काम से काम 8 नागिकों की मौत हुई थी , जबकि कई अन्य घायल हो गए। मास्को ने दावा किया है कि मंगलवार रात दावा किया कि जनमत संग्रह में ज़ापोरिज्जिया क्षेत्र में 93% , खेरसोन क्षेत्र में 87%, लुहान्स्क क्षेत्र में 98% और दोनेत्स्क में 99% लोगों ने विलय का समर्थन किया है.
Source : Smriti Sharma