क्वॉड से अलग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी होगी. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच बातचीत का मुख्य मुद्दा यूक्रेन पर रूसी आक्रमण और गेहूं के निर्यात पर भारतीय प्रतिबंध जैसे मुद्दे पर मुख्य रूप से वार्ता होने की संभावना है. वार्ता से पहले अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण और गेहूं के निर्यात पर भारतीय प्रतिबंध जैसे कई मुद्दे हैं जो टोक्यो में क्वॉड की बैठक और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय बैठक में उठाए जाएंगे.
गौरतलब है कि शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन पीएम मोदी और बाइडेन मंगलवार को टोक्यो में क्वॉड से अलग द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. दरअसल, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण को लेकर भारत और अमेरिका के रुख अलग-अलग है. नई दिल्ली ने अमेरिका और ब्रिटेन जैसे कई देशों के दबाव के बावजूद यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा नहीं की.
पहले भी उठ चुका है रूस का मुद्दा
इस मुद्दे पर राष्ट्रपति बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच उच्चतम स्तर पर चर्चा हुई थी. इससे पहले मार्च में हुए क्वॉड के वर्चुअल शिखर सम्मेलन में भी प्रधानमंत्री और बाइडेन के बीच रूस यूक्रेन का मुद्दा उठा था. इस इसके बाद ही अप्रैल में 2 प्लस 2 मंत्रिस्तरीय संवाद की शुरुआत हुई थी. लिहाजा, अमेरिका ने इस मुद्दे पर एक बार फिर बात करने की बात कही है.
सुलिवन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह कोई नई बातचीत नहीं होगी. यह बातचीत की निरंतरता होगी, जो उन्होंने पहले से ही यूक्रेन की तस्वीरों में और यूक्रेन पर रूस के क्रूर आक्रमण के प्रभावों को दुनिया में चिंताओं के व्यापक स्तर पर कैसे देखा है. यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका भारत को गेहूं के निर्यात पर जोर देगा. इस पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि क्वॉड में खाद्य सुरक्षा बातचीत का विषय जरूर होगा.
भारत के कदम से चिंतित है वैश्विक नेता
गौरतलब है कि गेहूं के निर्यात पर भारत के प्रतिबंध ने पश्चिमी नेताओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय चिंताओं को बढ़ा दिया है और नई दिल्ली को और अधिक जिम्मेदारी से व्यवहार करने का आह्वान किया है, क्योंकि दुनिया युद्ध के कारण होने वाली गेहूं की कमी से जूझ रही है, क्योंकि रूस और यूक्रेन एक साथ वैश्विक गेहूं निर्यात का लगभग 29 प्रतिशत हिस्सा उत्पादन करते हैं और भारत चीन, अमेरिका और रूस के बाद दुनिया का चौथा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक देश है.
HIGHLIGHTS
- रूस से तेल व हथियार खरीदने से भड़का है अमेरिका
- अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन बोले
- द्विपक्षीय वार्ता में उठेगा रूस और गेहूं के निर्यात का मुद्दा
Source : News Nation Bureau