संयुक्त राष्ट्र ने बताया है कि इस साल लक्षित हमलों में 30 से अधिक पत्रकारों की मौत हुई है। यह जानकारी इस संयुक्त राष्ट्र के दो विशेष प्रतिवेदकों ने दी है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 'इंटरनेशनल डे टू एंड इंप्युनिटी फॉर क्राइम्स अगेन्स्ट जर्नलिस्ट्स' के मौके पर विशेष प्रतिवेदक एग्नेस कालामार्ड और डेविक केयी ने देशों से इस मामले में कार्रवाई करने का आह्रान किया।
उन्होंने बुधवार को एक संयुक्त बयान में कहा, 'हत्या करने और व्यक्ति को अपने प्रियजनों से दूर करने के अलावा इन हमलों का उद्देश्य समाज की निगरानी करने वाले निकाय, पत्रकारिता को नष्ट करना है जो लोकतांत्रिक समाज के लिए जरुरी है।' इन दोनों ने पत्रकारों पर हमलों को व्यापक और दुखद बताया।
बयान के अनुसार, 'जब प्रशासन स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के जरिए ऐसे हमलों की जांच करने में विफल रहता है तो हत्यारे और उनके सहयोगी अपने उद्देश्यों को हासिल कर लेते हैं।'
इसके अलावा बयान में कहा गया, 'हमारा समाज पत्रकारों के खिलाफ इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं कर सकता है। हम सभी देशों से इस प्रवृत्ति को बदलने के लिए कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।'
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Source : IANS