संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय समुदाय के लोग पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ (CRPF) जवानों के परिवारों के प्रति सहानुभूति एवं एकजुटता प्रकट करने के लिए अबू धाबी(Abu Dhabi) स्थित दूतावास और दुबई स्थित वाणिज्य दूतावास में बड़ी संख्या में एकत्र हुए. उन्होंने मोमबत्तियां जलाकर पुलवामा हमले(Pulwama attack) में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का संकल्प लिया.
यूएई(UAE) में भारत के राजदूत नवदीप सूरी ने अबू धाबी में हुई शोकसभा में कहा, ‘‘जब हमारे प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने कहा कि देश का खून खौल रहा है, आतंकवादी संगठनों और उनके आकाओं ने बड़ी भूल की है और उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी होगी, तो उन्होंने हम सभी की भावनाओं को व्यक्त किया.’’
यह भी पढ़ें- Pulwama Attack : अभिनेता अजय देवगन ने दिया पाकिस्तान को झटका, किया यह ऐलान
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भारत के प्रति मजबूत समर्थन व्यक्त किया है और संयुक्त अरब अमीरात उन देशों में शामिल है. जिन्होंने सबसे पहले एकजुटता व्यक्त की. सिंह ने कहा, ‘‘अमेरिका ने विशेष रूप से जैश-ए-मोहम्मद का नाम लिया है और पाकिस्तान से उसके देश में मौजूद आतंकवादियों की पनाहगाह को समर्थन बंद करने को कहा है.’’ जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ(CRPF) के 40 जवान शहीद हो गए थे.
सूरी ने कहा कि पूरा देश ‘‘हमारी सरकार एवं सुरक्षा बलों के पीछे खड़ा’’ है. उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही, यह भी महत्वपूर्ण है कि हम एक भारतीय को दूसरे भारतीय के खिलाफ खड़ा करने के मकसद से व्हाट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया मंचों के जरिए फैलाई जा रही अफवाहों को लेकर सावधानी बरतें.’’
उन्होंने कहा कि स्वयं सीआरपीएफ को इन अफवाहों के खिलाफ रविवार को चेतावनी जारी करनी पड़ी. दुबई में भारत के महावाणिज्यदूत विपुल ने रविवार को वाणिज्यदूतावास में शोकसभा का नेतृत्व किया जिसमें शहीद बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों भारतीय एकत्र हुए. उन्होंने कहा, ‘‘ इस आतंकवादी हमले के खिलाफ भारतीय समुदाय के सभी वर्गों में बहुत गुस्सा है. समुदाय ने हमारे सुरक्षा बलों और उनके परिजन के प्रति एकजुटता व्यक्त की है और आतंकवाद एवं आतंकवादियों के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने का संकल्प लिया है.’’
Source : PTI