संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भारत, नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार में भारी मानसूनी बारिश के कारण हुई मौतों, विस्थापन और संपत्ति के नुकसान पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा है कि विश्व निकाय, जहां भी आवश्यकता होगी मदद करने के लिए तैयार है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक़ ने सोमवार को कहा कि संरा के मानवीय सहायता करने वाले अफसरों के मुताबिक, भारत में हुई भारी मानसूनी बरसात के चलते दस लाख लोगों को अपनी जगह छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है और बारिश के कारण होने वाले हादसों में 44 लोग जान गंवा चुके हैं.
हक़ ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र इस जानमाल के नुकसान को लेकर भारत और नेपाल के लोगों और सरकार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता है और अगर जरूरत हुई तो वह अपनी तरफ से मदद करने को तैयार है.
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संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार महासचिव गुतारेस दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया विशेषकर भारत, बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार में भारी बारिश के कारण लोगों की हुई मौत, विस्थापन और संपत्ति के नुकसान को लेकर दुखी हैं.