संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष मारिया फर्नांडीस एस्पिनोसा ने लंबे समय से अटकी सुरक्षा परिषद की सुधार प्रक्रिया को बेहद विभाजनकारी और विवादास्पद करार दिया है. उन्होंने कहा कि सुधार की दिशा में आगे बढ़ने के लिए सुरक्षा परिषद को 'जीरो सम गेम' की स्थिति से बचना होगा (ऐसी स्थिति जिसमें किसी की हार से ही किसी अन्य की जीत हो). मारिया ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि परिषद के सुधार के लिए अंतर सरकारी वार्ता (आईजीएन) के सह-अध्यक्ष संयुक्त अरब अमीरात की स्थायी प्रतिनिधि लाना जाकी नुसेबेह और लक्जमबर्ग के स्थायी प्रतिनिधि क्रिस्टियन ब्रॉन, जिन्हें उन्होंने नियुक्त किया था.
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"दोनों काफी प्रयास कर रहे हैं और वे सभी सदस्य देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं और विभिन्न रुखों को साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं और प्रयास कर रहे हैं कि 'जीरो सम गेम' की स्थिति से बचने के लिए हम इस मुद्दे से कैसे निपट सकते हैं."एस्पिनोसा ने एक प्रश्न को दरकिनार कर दिया कि क्या उन्हें भारत के परिषद का स्थायी सदस्य बनने की उम्मीद है.
Source : IANS