Advertisment

उत्तराखंड में जरूरत पड़ने पर बचाव एवं राहत कार्यों में मदद देंगे

महासचिव ने पीड़ितों के परिवारों, भारत के लोगों एवं सरकार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Antonio Guterres

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनिया गुतारेस( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

भारत में उत्तराखंड (Uttarakhand) राज्य के चमोली जिले में रविवार को नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूट जाने के कारण ऋषिगंगा घाटी में अचानक आई भीषण बाढ़ में जानमाल के नुकसान पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनिया गुतारेस (Antonio Guetrres) ने दुख जताया और कहा कि यदि जरूरत पड़ती है तो उत्तराखंड में जारी बचाव एवं राहत कार्यों में संगठन सहयोग देने के लिए तैयार है. भीषण बाढ़ से वहां दो पनबिजली परियोजनाओं में काम कर रहे कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा मजदूर लापता हैं. गंगा की सहायक नदियों-धौली गंगा, ऋषि गंगा और अलकनंदा में बाढ़ से उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में दहशत फैल गयी और बड़े पैमाने पर तबाही हुई. एनटीपीसी की तपोवन-विष्णुगाड पनबिजली परियोजना और ऋषिगंगा परियोजना पनबिजली परियोजना को इस आपदा में बड़ा नुकसान हुआ है.

चमोली त्रासदी पर जताया दुख
इस हादसे के बारे में गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, 'रविवार को भारत के उत्तराखंड राज्य में ग्लेशियर टूटने और उसके परिणामस्वरूप आई बाढ़ में कई लोगों की मौत एवं दर्जनों लोगों के लापता होने की खबर से महासचिव बेहद दुखी हैं.' उन्होंने एक वक्तव्य में कहा, 'महासचिव ने पीड़ितों के परिवारों, भारत के लोगों एवं सरकार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. यदि आवश्यकता पड़ती है तो संयुक्त राष्ट्र वहां जारी बचाव कार्य एवं मदद के प्रयासों में सहयोग देने के लिए तैयार है.' गुतारेस के वक्तव्य के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जो संवेदनाएं व्यक्त की हैं उनकी हम सराहना करते हैं.

संयुक्त राष्ट्र महासभा रखे है नजर
इससे पहले संरा महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बाजेकिर ने कहा था कि उत्तराखंड में हालात पर वह नजर रख रहे हैं जहां ग्लेशियर टूटने के कारण विकराल बाढ़ आई है. अधिकारियों का कहना है कि सात शव मिल चुके हैं जबकि कम से कम 200 लोग लापता हैं. बोजकिर ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन को टैग करते हुए ट्वीट किया, 'मैं भारत के उत्तराखंड की घटना से संबंधित खबरों पर नजर रख रहा हूं, जहां ग्लेशियर टूटने के कारण कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई तथा 200 लोग लापता हैं.'

HIGHLIGHTS

  • संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने बचाव व राहत कार्य में की मदद की पेशकश
  • भारतीय प्रतिनिधि तिरुमूर्ति ने महासभा की पहल को सराहा
  • चमोली हादसे में अब तक 200 से अधिक लोग लापता

Source : News Nation Bureau

Uttarakhand उत्तराखंड United Nations Rescue Operation संयुक्त राष्ट्र Antonio Guetrres बचाव अभियान Chamoli Tragedy चमोली हादसा बचाव कार्य एंतोनिया गुतारेस
Advertisment
Advertisment