जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आत्मघाती हमला करवाने वाले पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के सरगना मौलाना मसूद अजहर को बड़ा झटका लगा है. संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) के स्थायी सदस्यों अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर को ब्लैक लिस्ट करने के लिए प्रस्ताव लाया है. तीनों देशों ने 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रतिबंध समिति को कहा कि मसूद अजहर के हथियारों पर व्यापारिक रोक, वैश्विक यात्रा पर रोक और संपत्ति जब्त किया जाय. यूएन के स्थायी सदस्यों के इस कदम से भारत को कूटनीतिक तौर पर बड़ी जीत मिलती हुई दिख रही है.
इससे पहले भी 2017 में अमेरिका ने ब्रिटेन और फ्रांस के समर्थन से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के पास पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन के प्रमुख पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रस्ताव लाया था, हालांकि चीन ने इसका विरोध किया था.
चीन ने पिछले साल अक्टूबर में भी कहा था कि वह भारत को कई बार बता चुका है कि पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने में उसे दिक्कतें हैं और वह इस मामले में अपने आप संज्ञान लेगा.
पुलवामा आतंकी हमले से पहले मसूद अजहर 2016 में पठानकोट सैन्य ठिकाने पर हुए एक घातक हमले का मास्टरमाइंड है. उसने 26/11 मुंबई हमले की भी साजिश रची थी.
मसूद अजहर के खिलाफ यह कार्रवाई पुलवामा में भीषण आत्मघाती हमले में 40 भारतीय जवानों के शहादत के सिर्फ 13 दिनों के बाद हुई है. इस क्रूर हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. चीन ने भी इस हमले की निंदा की थी और आतंक के खिलाफ लड़ाई में प्रतिबद्धता जताई.
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पुलवामा हमले के बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान स्थित जैश के आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की जिसमें उसके कैंपों को तहस-नहस किया गया. जिसके बाद पाकिस्तान ने भी बुधवार को भारतीय वायु सीमा में घुसपैठ की लेकिन भारतीय विमानों ने उसे खदेड़ते हुए भगा दिया था.
पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास दोनों पक्षों की वायुसेनाओं के बीच झड़प के बाद विंग कमांडर अभिनंदन को हिरासत में ले लिया. इस झड़प में पाकिस्तान के एक विमान को मार गिराया गया और भारतीय वायुसेना को भी अपना एक मिग 21 खोना पड़ा.
Source : News Nation Bureau