अमेरिका (America) में मार्च और रैलियां निकालकर गर्भपात अधिकार समर्थकों ने विरोध जताया है. उन्हें आशंका है कि उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) गर्भपात के संवैधानिक अधिकार को रद्द कर सकता है, ये लगभग आधी सदी से अब तक कायम है. उन्हें डर है कि इससे महिलाओं के प्रजन्न के अधिकारों पर असर पड़ सकता है. कार्यकर्ताओं ने शनिवार को फौरन एकजुट होने की आवश्यकता पर बल दिया क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party) की अगुवाई वाले राज्य कड़े प्रतिबंध लागू करने की तैयारी में है. राष्ट्रीय राजधानी वाशिंगटन में बारिश के बीच हजारों समर्थक उच्चतम न्यायालय (SC) की ओर मार्च करने से पहले भाषण सुनने के लिए एकत्रित हुए. संघीय सरकार कर्मियों 64 वर्षीय सामंथा रीवर्स के अनुसार,‘मुझे यकीन नहीं होता कि इस उम्र में भी मुझे इस मुद्दे पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है.’
एक अन्य महिला कैटलिन लोहर (34) ने कहा, ‘मुझे लगता है कि महिलाओं के पास यह चुनने का अधिकार होना चाहिए कि वे अपने शरीर और अपनी जिंदगियों के क्या करना चाहती हैं. उन्हें नहीं लगता है कि गर्भपात पर प्रतिबंध लगाने से गर्भपात बंद हो जाएगा. इससे बस चीजें असुरक्षित होंगी और महिलाओं की जान को खतरा हो सकता है.’वहीं गर्भपात विरोधी प्रदर्शनकारियों ने कहा, ‘गर्भपात स्वास्थ्य देखभाल का विषय नहीं है क्योंकि गर्भधारण एक बीमारी नहीं है.’
HIGHLIGHTS
- कार्यकर्ताओं ने फौरन एकजुट होने की आवश्यकता पर बल दिया
- इससे महिलाओं के प्रजन्न के अधिकारों पर असर पड़ सकता है