अमेरिका ने गुरुवार को सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों द्वारा इस्तेमाल की जा रही सुविधाओं को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए. पेंटागन ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में इराक (Iraq) में एक रॉकेट हमले के लिए हमले हुआ था. इस हमले में एक नागरिक कॉन्ट्रैक्टर मारा गया था और एक अमेरिकी सैनिक और अन्य गठबंधन सैनिक घायल हो गए थे. इसका जवाब देने के लिए हवाई हमला किया गया है. अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस एयर स्ट्राइक को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंजूरी दी थी.
समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार अब तक पेंटागन ने इस मामले पर कोई जवाब नहीं दिया है. एक अधिकारी ने कहा कि यह एयर स्ट्राइक इराक में हाल में हुए रॉकेट हमलों के जवाब में की गई. समाचार लिखे जाने तक नुकसान के साथ और किसी अमेरिकी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिल सकी थी. बीते कुछ वर्षों में कई बार जवाबी अमेरिकी सैन्य हमले हुए हैं.
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रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा, जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उसे लेकर हमें पूरी जानकारी है कि वहीं हमला किया गया है. हमें पता है कि हमने किसे निशाना बनाया है. एयरस्ट्राइक के तुरंत बाद बात करते हुए ऑस्टिन ने कहा, हमें विश्वास है कि जिस टार्गेट को निशाना बनाया गया है. उसका प्रयोग शिया आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा था. यहीं से 15 फरवरी को उत्तरी इराक में एक हमला किया गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं, एक अमेरिकी सैनिक और गठबंधन के अन्य सैनिक घायल हुए. ऑस्टिन ने कहा, उन्होंने ही बाइडेन को ये फैसला लेने की सलाह दी थी.
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पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी (John Kirby) ने कहा कि अमेरिकी कार्रवाई एक आनुपातिक सैन्य प्रतिक्रिया थी, जिसे कूटनीतिक उपायों के साथ गठबंधन सहयोगियों के साथ परामर्श के बाद लिया गया था. किर्बी ने कहा, ऑपरेशन एक संदेश भेजता है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन अमेरिकी और गठबंधन सैनिकों की सुरक्षा के लिए कार्य करेंगे. साथ ही, हमने जानबूझकर ये काम किया है, जिसका उद्देश्य पूर्वी सीरिया और इराक में पैदा हुई स्थिति को समाप्त करना है.
Source : News Nation Bureau