चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अर्जेंटीना में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से हुई लंबी चर्चा के बाद परस्पर व्यापार में अमेरिका की ओर से 90 दिन के लिये किसी भी तरह का नया शुल्क नहीं लगाने पर सहमति बनी है. दोनों पक्षों ने इस बैठक को सफल बताया है और वे इस अवधि में आपस में व्यापार से जुड़े मुद्दों को हल कर कोई नया समझौता करने का प्रयास करेंगे.
चीन ने रविवार को कहा है कि दोनों नेताओं के निर्णय से दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार मोर्चे पर जारी विवाद थम गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस के आर्थिक मामलों के शीर्ष सलाहकार लैरी कुडलो का कहना है कि ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति के बीच शनिवार को रात्रिभोज के समय व्यापार युद्ध को खत्म करने को लेकर हुई चर्चा अच्छी रही.
ट्रंप और उनके शिष्टमंडल के ब्यूनस आयर्स से रवाना होने से पहले कुडलो ने पत्रकारों से कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप चीन से आयातित 200 अरब डॉलर के उत्पादों पर शुल्क लगाने के अपने फैसले को 90 दिनों के लिये स्थगित करने को राजी हो गये हैं.
दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच करीब दो घंटे चली बैठक पर यह पहली टिप्पणी थी.
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने कहा कि इस संबंध में वह जल्दी ही बयान जारी करेंगी. जी20 शिखर सम्मेलन के लिए पिछले दो दिन से अर्जेंटीना की राजधानी में मौजूद ट्रंप और शी ने दुनिया की शीर्ष दो अर्थव्यवस्थाओं को पूर्ण व्यापार युद्ध में फंसने से बचाने के लिए यह बैठक की.
शिष्टमंडल के सदस्यों की उपस्थिति में हुई इस बैठक में दोनों नेताओं ने स्थिति सुधरने की आशा जताई .
ट्रंप ने कहा, 'संभवत: अंत में हमें ऐसा कुछ मिलेगा जो चीन और अमेरिका दोनों के लिए अच्छा होगा.'
वहीं शी और ट्रंप के बीच ब्यूनस आयर्स में हुई बैठक के बाद चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने स्वीकार किया चीन अमेरिका से आयात को और बढ़ायेगा तथा 90 दिनों की अवधि के भीतर अमेरिका की चिंताओं को दूर करेगा.
चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने वांग के हवाले से कहा, "दोनों राष्ट्रपतियों के बीच दोस्तीपूर्ण माहौल में गंभीर चर्चा हूई. यह चर्चा ढाई घंटे तक चली, जो कि निर्धारित समय से काफी लंबी रही."
पिछले साल नवंबर में ट्रंप की चीन यात्रा के बाद यह दोनों नेताओं की पहली आमने-सामने मुलाकात थी.
वांग ने कहा कि दोनों देश के शीर्ष नेताओं के बीच व्यापार और आर्थिक मुद्दों पर विचार-विमर्श काफी "सकारात्मक" रहा और अतिरिक्त शुल्क नहीं लगाने पर सहमति बनी है. उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय कारोबार में असंतुलन को धीरे-धीरे कम करने के लिये चीन अमेरिका से बाजार आधारित उत्पादों का आयात बढ़ायेगा.
और पढ़ें- फ्रांस की राजधानी पेरिस में पेट्रोल, डीजल की बढ़ी कीमतों के विरोध में भारी प्रदर्शन, 288 गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष एक-दूसरे के लिये बाजारों को खुलने पर राजी हुए हैं और चीन इसे आगे बढ़ाने के लिये अमेरिका की चिंताओं को धीरे-धीरे हल करेगा.
Source : News Nation Bureau