पाकिस्तान में जारी हिंसक राजनीति से अमेरिका चिंतित है. राज्य के सचिव एंटनी ब्लिंकन ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हत्या के प्रयास की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान में सभी पक्षों से हिंसा, उत्पीड़न और धमकी से बचने का आग्रह किया. यह पूछे जाने पर कि क्या राष्ट्रपति जो बाइडेन को इस घटना के बारे में जानकारी दी गई है, प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने वही संदेश दोहराया. खान ने अप्रैल में बाइडेन से बात किए बिना अपना पद छोड़ दिया था. उन्हें कभी भी अमेरिकी नेता का फोन नहीं आया. उन्होंने बाइडेन प्रशासन पर उसे हटाने की साजिश रचने का आरोप लगाया.
खान के उत्तराधिकारी शहबाज शरीफ सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकों के इतर बाइडेन के साथ संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के नेताओं के लिए अमेरिकी नेता द्वारा आयोजित एक पारंपरिक स्वागत समारोह में मौजूद थे.
दोनों ने देश एक-दूसरे के निकट आते हुए भारत के विरोध के बावजूद बाइडेन प्रशासन ने पाकिस्तान के एफ16 के बेड़े के रखरखाव पैकेज के लिए 450 मिलियन डॉलर पैकेज का प्रस्ताव दिया.
लेकिन विशेषज्ञों ने कहा है कि सुधार के संकेतों के बावजूद दोनों देशों के संबंध नाजुक बने हुए हैं और वाशिंगटन पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान के साथ संबंधों पर नजर रख रहा है.
विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने संवाददाताओं से कहा, हाल के दिनों में पाकिस्तान में जो कुछ हुआ है, उससे हम चिंतित हैं.
उन्होंने कहा, सभी पक्षों को कभी भी हिंसा का सहारा नहीं लेना चाहिए. उन्हें अपनी असहमति शांतिपूर्वक व्यक्त करनी चाहिए.
पाकिस्तान में लोकतंत्र कमजोर रहा है. इसने लंबे समय तक सैन्य तानाशाही का दौर देखा है.
पाक के नेताओं को हर समय हिंसा की आशंका सताती रहती है. पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी दी गई थी, उनकी बेटी और पूर्व प्रधान मंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या कर दी गई थी, सैन्य तानाशाह और राष्ट्रपति मोहम्मद जिया-उल-हक की वायु सेना के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से मौत हो गई थी. सैन्य तानाशाह और राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की हत्या का कई बार प्रयास किया गया.
Source : IANS