अमेरिका में मंकीपॉक्स के करीब 7000 मामले सामने आ चुके हैं. जिसके बाद पूरे देश में स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा कर दी गई है. खुद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसकी घोषणा की. संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) द्वारा मंकीपॉक्स (Monkeypox) को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने कहा, 'मैं मंकीपॉक्स पर प्रतिक्रिया के लिए प्रतिबद्ध हूं, वैक्सीन वितरण में तेजी लाना, परीक्षण का विस्तार करना और जोखिम वाले समुदायों को शिक्षित करना होगा. यही कारण है कि वायरस पर आज की सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकालीन घोषणा इस प्रकोप का तत्काल सामना करने के लिए महत्वपूर्ण है.'
मंकीपॉक्स के टीके मौजूद, लेकिन वितरण असमान
अमेरिका में मंकीपॉक्स के टीके मौजूद तो हैं. लेकिन वो हर जगह समान रुप से मिल नहीं रहे. ऐसे में बाइडेन सरकार आम लोगों के निशाने पर पहले से ही है. इसके साथ ही मंकीपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. लेकिन सरकार के सभी कदम नाकाफी साबित हो रहे हैं. यही वजह है कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने मंकीपॉक्स को राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है और कहा है कि इस घोषणा के बाद मंकीपॉक्स से निपटने के लिए संघीय सरकार के खजाने खुल जाएंगे.
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यूएन घोषित कर चुका है महामारी
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने पहले से ही मंकीपॉक्स को महामारी घोषित कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र ने सभी देशों से मंकीपॉक्स के संभावित प्रसार को रोकने और कड़े कदम उठाने की अपील की थी. भारत में भी लगातार मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं. भारत में मंकीपॉक्स से केरल निवासी एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. हालांकि भारत में जो शुरुआती 9 मामले आए, वो दिल्ली और केरल राज्यों से ही हैं.
HIGHLIGHTS
- अमेरिका में स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा
- मंकीपॉक्स से निपटने में सरकार ने झोंकी पूरी ताकत
- भारत में भी पहुंच चुका है मंकीपॉक्स, एक व्यक्ति की मौत