एच -1 बी वीजा के नियमों में बदलाव को लेकर हाल में मीडिया में आई खबरों का मुंबई स्थित अमेरिकी राजनायिक कार्यालय ने खंडन किया है।
वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक जनरल एडवर्ड ने मुंबई में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा,' अमेरिकी वाणिज्य दूतावास (मुंबई) में एच -1 बी वीजा के प्रसंस्करण में कोई बदलाव नहीं हुआ है।'
उन्होंने कहा,' हम इस बात को अच्छे से जानते हैं कि एच -1 बी वीजा के नियमों में बदलाव से भारत पर गहरा असर पड़ेगा।'
हालांकि एडवर्ड ने कहा कि भारतीयों को भी इस बात को समझना चाहिए कि यह नीति भारत-अमेरिका संबंधों पर केंद्रित नहीं है। यह एक व्यापक नीति है जिसको अमेरिका के हितों में ध्यान मे रख कर बनाया गया है, इसका असर दुनिया के सभी देशों पर देखने को मिलता है।
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आपको बता दें कि एच1बी वीजा सिर्फ हाई स्किल्ड कर्मचारियों और उस तरह के हुनरमंद लोगों के लिए जारी होता है जिनकी अमेरिका में कमी होती है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ट्रंप सरकार ने एच1बी वीजा के नियमों में बदलाव करते हुए सख्ती बढ़ा दी थी। अमेरिकी सरकार की नई नीति के अनुसार कंपनी को यह साबित करना होगा कि एच1बी वीजा पर बुलाए गए कर्मचारी का कौशल या काम खास तरह का है।
H-1B वीजा नियमों से सबसे अधिक फायदा भारतीय आईटी कंपनियों के कर्मचारियों को होता है।
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Source : News Nation Bureau